हरिद्वार: शांतिकुंज के प्रमुख डॉ. प्रणव पांड्या और उनकी पत्नी के खिलाफ हरिद्वार कोतवाली में मुकदमा दर्ज हुए आज चार दिन हो गए हैं. लेकिन पुलिस प्रशासन की ओर से अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है. एसएसपी ने इस हाई प्रोफाइल मामले की जांच के लिए एक टीम गठित की थी और इसकी कमान महिला हेल्पलाइन की इंचार्ज मीना आर्या को सौंपी थी. लेकिन मामले में पीड़िता के बयान तक दर्ज नहीं हो पाई है.
दरअसल, राजधानी दिल्ली में छत्तीसगढ़ की 24 वर्षीय युवती ने शांतिकुंज प्रमुख डॉ. प्रणव पांड्या पर दुष्कर्म और उनकी पत्नी पर धमकी देने का आरोप लगाया था, जिसके बाद 5 मई को पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था. तहरीर में युवती ने बताया था कि शांतिकुंज में रहने के दौरान प्रणव पांड्या ने 4 साल तक उसके साथ दुष्कर्म किया था. तब वो नाबालिग थी और शांतिकुंज में खाना बनाने वाली टीम का हिस्सा थी. जब उसने इस बात को उनकी पत्नी से बताया तो उन्होंने किसी को बताने पर जान से मारने की धमकी दी थी, जिसके बाद वो घबरा गई थी.