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महाकुंभ-2021 के लिए हरिद्वार तैयार, दीपक रावत बोले- रचेंगे इतिहास

हरिद्वार महाकुंभ 2021 को भव्य बनाने के लिए राज्य सरकार कोई कसर नहीं छोड़ रही है. यहीं कारण है हरिद्वार महाकुंभ की जिम्मेदारी संभाल रहे मेलाधिकारी दीपक रावत इन दिनों जी-जान से तैयारियों में जुटे है. ताकि हरिद्वार महाकुंभ एक इतिहास रच सके.

हरिद्वार महाकुंभ 2021
हरिद्वार महाकुंभ 2021

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Published : Aug 5, 2020, 8:43 PM IST

Updated : Aug 6, 2020, 6:30 PM IST

हरिद्वार: आगामी 2021 में हरिद्वार में महाकुंभ का आयोजन होना है. 12 साल में एक बार आयोजित होने वाले इस महाकुंभ में करोड़ों भक्त गंगा में आस्था की डुबकी लगाएंगे. हालांकि इस बार महाकुंभ में कितने भक्त आएंगे, कोरोना की वजह अभी कुछ नहीं कहा जा सकता है. फिलहाल हरिद्वार में महाकुंभ की तैयारी तेज हैं. महाकुंभ की तैयारियों को लेकर ईटीवी भारत से मेलाधिकारी दीपक रावत से साथ खास बातचीत की.

महाकुंभ आयोजन की सारी जिम्मेदारी मेलाधिकारी दीपक रावत के कंधों पर है. महाकुंभ मेले के स्वरूप कैसा होगा? इसको लेकर तैयारियां की जा रही है. दीपक रावत का कहना है कि इस बार का मेला कई मायने में बेहद खास होगा. मेलाधिकारी दीपक रावत की माने तो सरकार और प्रशासन अपनी तरफ से इस मेले को सकुशल संपन्न करवाने के लिए हर वह प्रयास कर रही है, जिसकी जरूरत है.

हरिद्वार महाकुंभ पर स्पेशल रिपोर्ट.

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हरकी पैड़ी पर बदलाव

महाकुंभ को लेकर हरिद्वार में सबसे बड़ा बदलाव हरकी पैड़ी पर होने जा रहा है. आने वाले दिनों में हरकी पैड़ी बदली हुई और एक अलग ही स्वरूप में दिखेगी. मेलाधिकारी दीपक रावत के मुताबिक अभी हरकी पैड़ी पर जो कमियां नजर आ रही हैं, उन्हें जल्द ही दूर कर दिया जाएगा. वर्तमान में हरकी पैड़ी पर प्रवेश करने के लिए चार प्रवेश द्वार हैं, लेकिन इन में से मुख्य द्वार कौन सा है, इसको लेकर कोई स्पष्ता नहीं है. लिहाजा सबसे पहला कार्य हरिद्वार की हरकी पैड़ी पर एक बड़ा प्रवेश द्वार बनाने का है. जब श्रद्धालु नए प्रवेश द्वार से एंट्री करेंगे तो उन्हें हरकी पैड़ी के अलौकिक दर्शन होंगे. प्रवेश द्वार का काम जल्द ही शुरू होने वाला है.

महाकुंभ-2021 के लिए हरिद्वार तैयार

कांगड़ा घाट को भी बनाया जाएगा सुंदर

दीपक रावत का कहना है कि कांगड़ा घाट को भी बेहद आकर्षित और सुंदर बनाया जा रहा है. ताकि हरकी पैड़ी पर भी जब भीड़ ज्यादा हो जाए तो उस भीड़ को कांगड़ा घाट पर भी मूव किया जा सके. इन सबके साथ हरकी पैड़ी पर बिजली के तारों को भूमिगत किया जा रहा है. ये काम अंतिम चरण में चल रहा है.

रेलवे ट्रैक और फ्लाईओवर काम तेज

मेलाधिकारी दीपक रावत बताया कि हरिद्वार में होने वाले कुंभ के कार्यों को न केवल केंद्रीय एजेंसियां कर रही हैं. बल्कि राज्य की एजेंसियां भी अलग-अलग कामों को पूरा करने में जुटी हुई हैं. रेलवे और फ्लाईओवर के कार्य केंद्रीय एजेंसियां बड़ी तेजी से पूरा कर रही हैं. यह सभी काम नवंबर महीने तक पूरे कर लिए जाएंगे. रेलवे के काम पर भी तेजी से काम हो रहा है. कुंभ से पहले हरिद्वार तक डबल लाइन का काम भी पूरा हो जाएगा.

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हाईटेक कंट्रोल रूम

हरिद्वार में हर साल कई धार्मिक आयोजन होते हैं. इस दौरान ट्रैफिक जाम और दूसरी समस्याएं भी देखने को मिलती है. धार्मिक आयोजनों को देखते हुए एक कंट्रोल रूम बनाया जाता है. हरिद्वार महाकुंभ के लिए भी हाईटेक कंट्रोल रूम बनाया जा रहा है. जिससे ना केवल ट्रैफिक को कंट्रोल किया जाएगा. बल्कि हरिद्वार की दूसरी व्यवस्थाओं को भी आधुनिककरण के साथ कंट्रोल किया जाएगा.

रोशनी से जगमगाएगा हरिद्वार

हरिद्वार में हेरिटेज पोल लाइटों का प्रयोग किया जाएगा. हरिद्वार के तमाम चौक-चौराहे बेहद सुंदर और आकर्षक बनाए जा रहे हैं. इतना ही नहीं गंगा घाटों के सौंदर्यीकरण का काम भी जोरों-शोरो से चल रहा है. महाकुंभ के देखते हुए सात नए घाटों का निर्माण भी मेला प्रशासन करवा रहा है.

कोरोना में कैसे होगा महाकुंभ?

महाकुंभ-2021 के स्वरूप पर बोलते हुए मेलाधिकारी दीपक रावत ने कहा कि कुंभ मेला किस स्तर पर होगा. अभी इस बात का अंदाजा नहीं लगाया जा सकता. क्योंकि अभी कोरोना की रोकथाम और बचाव के लिए सोशल डिस्टेंसिंग व अन्य जारी की गई गाइडलाइनों का पालन करना अति आवश्यक है. हालांकि जिला प्रशासन अपने स्तर पर सभी तैयारियां पूरी कर लेना चाहता है. क्योंकि जब स्थिति सामान्य होने पर कुंभ में श्रद्धालुओं की संख्या बढ़ेगी तो प्रशासन को अव्यवस्था का सामना नहीं करना पड़ेगा. महाकुंभ का मुख्य स्नान अप्रैल में होता है. ऐसे में प्रशासन अपनी तैयारियों को पुख्ता कर रहा है. ऐसे में श्रद्धालु आएंगे या नहीं यह बात अभी साफ नहीं.

शहर से थोड़ा हटके होगा कुंभ मेला

हरिद्वार कुंभ को देखते हुए करीब 42 नए पुलों का निर्माण किया जा रहा है. हालांकि यह पुल स्थायी होंगे, लेकिन इनको बनाने का कार्य भी शुरू हो चुका है. इतना ही नहीं इस बार का कुंभ मेला हरिद्वार शहर से थोड़ा दूर यानी नजीबाबाद रोड स्थित श्यामपुर के आसपास बसाया जाएगा. संतों की बस्तियां भी प्रशासन इस बार वहीं बसाने जा रहा है. ताकि स्थानीय लोगों को किसी तरह की कोई भी दिक्कतों का सामना ना करना पड़े.

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इस महाकुंभ की भव्यता का अदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि हरिद्वार में जैसे ही कोई भी श्रद्धालु दाखिल होगा. वो यूपी के बॉर्डर से ही भक्ति में रंग में रंग जाएगा. हरिद्वार की गंगा आरती का लाइव प्रसारण किया जाएगा. जिसको हरिद्वार जिले के तमाम रेलवे स्टेशन, बस अड्डों और दूसरे प्रमुख स्थानों पर दिखाया जाएगा.

मेलाधिकारी दीपक रावत के मुताबिक इस बार कुंभ में बच्चों के लिए भी बहुत कुछ होने जा रहा है. हरिद्वार में जब बच्चे कुंभ मेले में आएंगे तो उनके लिए बहुत कुछ देखने के लिए और करने के लिए होगा. पेंटिंग की प्रतियोगिता और दूसरे ऐसे कार्यक्रम भी कुंभ मेले में आयोजित किए जाएंगे.

Last Updated : Aug 6, 2020, 6:30 PM IST

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