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स्वामी अवधेशानंद की जीवन पर आधारित पुस्तक का लोकसभा अध्यक्ष ने किया विमोचन - शोभा त्रिपाठी ने लिखी तप एवं तपस्या नामक पुस्तक

हरिद्वार में आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज के जीवन पर लिखी गई पुस्तक 'तप एवं तपस्या' का लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और सीएम पुष्कर धामी ने विमोचन किया. इस पुस्तक को मशहूर लेखिका शोभा त्रिपाठी ने लिखा है. कार्यक्रम के दौरान बड़ी संख्या में साधु संत और बीजेपी के कदावर नेता मौजूद रहे.

Lok Sabha Speaker Om Birla
'तप एवं तपस्या' पुस्तक का लोकसभा अध्यक्ष ने किया विमोचन

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Published : Jun 26, 2022, 8:59 PM IST

हरिद्वार:कनखल स्थित हरिहर आश्रम में आयोजित पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और सीएम पुष्कर सिंह धामी पहुंचे. इस दौरान जूना अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि महाराज के जीवन पर लिखी गई पुस्तक 'तप एवं तपस्या' को दोनों ने संयुक्त रूप से विमोचन किया. इस पुस्तक को लेखिका शोभा त्रिपाठी ने लिखा है.

पुस्तक विमोचन कार्यक्रम में हरिद्वार सांसद डॉ रमेश पोखरियाल निशंक सहित बड़ी संख्या में साधु संत और भाजपा नेता उपस्थित रहे. यह किताब हरिहर आश्रम के परमाध्यक्ष एवं जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि पर उनके एवं उनकी पारिवारिक पृष्ठभूमि को लेकर लिखी गई है. लेखिका शोभा त्रिपाठी ने 'तप एवं तपस्या' नामक पुस्तक को लिखा है, जिसमें अवधेशानंद गिरि के संपूर्ण जीवन काल को दर्शाया गया है. इस मौके पर सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा स्वामी जी पर लिखी गई पुस्तक 'तप एवं तपस्या' में उनके एवं उनके परिवार की पूरी कहानी है. यह पुस्तक सभी लोगों के जीवन में एक मार्गदर्शक का काम करेंगी.

आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि ने कहा उनके जीवन पर लिखी गई इस पुस्तक को मशहूर लेखिका शोभा त्रिपाठी ने लिखा है. मेरे ऊपर कुछ विश्वविद्यालयों में भी पीएचडी की जा रही है. शोभा ने मेरे जीवनकाल पर बहुत गहनता से अध्ययन करने के बाद इस पुस्तक को लिखा है. पूर्व समय में मेरे सन्यास के समय मेरी मां, परिजनों बंधु बांधव ईष्ट मित्रों की क्या संवेदनाएं रही होंगी. इस पुस्तक में उसी का वर्णन किया गया है.

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उन्होंने कहा कि मेरा पर्यावरण संरक्षण के प्रति विशेष आस्था है. नदियों की शुचिता और आस्था के प्रति उन्होंने मेरी लगन देखी मेरे सन्यास में लेखन चिंतन के प्रति मेरा प्रेम है. विशेषकर विदेश की लंबी-लंबी मेरी यात्राओं को आधार बनाकर इस पुस्तक को बड़ी ही गहनता से लिखा गया है. जिसमें देश प्रदेश के कई गणमान्य व्यक्ति इस पुस्तक के विमोचन अवसर पर हमारे साथ मौजूद रहे.

अवेधशानंद गिरि ने कहा इस बार अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर मुझे अमेरिका में आमंत्रित किया गया था, जिसमें 140 देशों के लोग उपस्थित थे. यह मेरा सौभाग्य था कि वहां पर सिर्फ मुझे ही अपना वक्तव्य रखने के लिए बुलाया गया था. टाइम स्क्वायर पर आयोजित इस कार्यक्रम में करीब 10 हजार लोग उपस्थित थे. अमेरिका के भारतीय दूतावास ने हमारी पूरी वहां व्यवस्था की थी.

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