हरिद्वारः इन दिनों धर्मनगरी हरिद्वार शिवमयी हो रखी है. ऐसे में पूरी धर्मनगरी में बम बम भोले के जयकारे या फिर भगवान भोले शंकर के भजन ही सुनाई दे रहे हैं. जब कांवड़िए गंगाजल लेकर अपने गंतव्य की ओर रवाना होते हैं तो कांवड़ियों को बोल बम जैसे जयकारे लगाते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस तरह के जयकारे की क्या मान्यता है.
हरिद्वार के ज्योतिषाचार्य पंडित मनोज शास्त्री कहते हैं कि जिस तरह से भगवान हनुमान जी को जब भी शक्ति की आवश्यकता पढ़ती थी तो वह जय श्री राम कहा करते थे. इस तरफ उनमें ऊर्जा आया करती थी. इसी तरह जब भी कांवड़िए थका हुआ महसूस करते हैं या फिर दूसरे कांवड़ियों में जोश भरना होता है तो वह बोल बम जैसे जयकारे लगाते हैं.
जानें कांवड़िए क्यों लगाते हैं 'बोल बम' के नारे. वहीं, कांवड़ियों का कहना है कि कांवड़ को कंधे पर रखकर इतनी दूर पैदल नंगे पांव सफर करना आसान नहीं होता है. ऐसे में कई साथियों के हौसले टूट जाते हैं, लेकिन जैसे ही हम भगवान भोलेनाथ के जयकारे लगाते हैं या फिर भगवान भोलेनाथ के भजन सुनते हैं. हममें एक नई ऊर्जा का उत्पादन होता है. इतना ही नहीं कांवड़ ले जाते समय हमें ऐसा महसूस होता है कि हमारे साथ एक दिव्य शक्ति चल रही है जो हमारा ध्यान रखती है. इसीलिए हम बोल बम के जयकारे लगाते हैं.
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मोबाइल डिस्पेंसरी को हरी झंडीः ऋषिकेश नगर निगम महापौर अनिता ममगाईं ने शिवभक्तों की सेवा के लिए निशुल्क 22 वां विशाल चिकित्सा शिविर मोबाइल डिस्पेंसरी कैंप को नगर निगम प्रांगण से हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. यह डिस्पेंसरी मोबाइल वाहन आने वाले कांवड़ियों की सेवा को मुफ्त सेवा देगा.
शिव युवा शक्ति संघ के तत्वावधान में यह मोबाइल डिस्पेंसरी कांवड़ मेला क्षेत्र ऋषिकेश ,नीलकंठ और हरिद्वार से लेकर हरियाणा के सोनीपत तक दुघर्टनाग्रस्त एवं चोटिल शिवभक्तों को चिकित्सीय मदद देगी. महापौर का कहना है कि इस तरह की मोबाइल डिस्पेंसरी मुश्किलों के लिए संजीवनी का काम करेगी.