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क्या सच में कलियर क्षेत्र है अपराध का अड्डा? आंकड़े शादाब शम्स के बयान की कर रहे तस्दीक - human trafficking in piran kaliyar roorkee

उत्तराखंड में इन दिनों पिरान कलियर को लेकर सियासत तेज हो गई है. ये सियासत उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष शादाब शम्स के विवादित बयान के बाद शुरू हुई. शादाब शम्स के बयान के बाद ईटीवी भारत की टीम ने ग्राउंड पर उतरकर आंकड़ों को जुटाने की कोशिश की. जिसमें पता चला कलियर थाने में पिछले 5 सालों में देह व्यापार के 8 मुकदमे दर्ज किये गये हैं.

Piran Kaliyar
पिरान कलियर

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Published : Sep 17, 2022, 4:22 PM IST

Updated : Sep 17, 2022, 6:54 PM IST

रुड़की:उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के नवनिर्वाचित अध्यक्ष शादाब शम्स (Shadab Shams President Uttarakhand Waqf Board) के दरगाह पिरान को लेकर दिए गए बयान का जमकर विरोध हो रहा है. मगर अगर पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज आंकड़ों पर नजर डाले तो कलियर में देह व्यापार और एनडीपीएस के कई मामले दर्ज हैं. जिससे वक्फ बोर्ड के चेयरमैन की बात पूरी तरह से गलत नजर नहीं आती है.

बता दें उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के नवनिर्वाचित अध्यक्ष शादाब शम्स (Controversial statement of Shadab Shams) ने कलियर दरगाह क्षेत्र को लेकर एक बयान दिया था. जिसके बाद उनके बयान की जमकर निंदा की गई थी. विरोध को देखते हुए वक्फ बोर्ड अध्यक्ष शादाब शम्स को कलियर आकर अपने बयान पर सफाई देनी पड़ी. जिसमें उन्होंने कहा कि उन्होंने अपना यह बयान कलियर दरगाह पर नहीं बल्कि कलियर क्षेत्र को लेकर दिया था. दरअसल, उनकी यह बात पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक काफी हद तक ठीक भी है.

क्या पिरान कलियर बना अपराध का अड्डा? ग्राउंड रिपोर्ट देखें.
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कलियर थाने में 5 साल में देह व्यापार के मुकदमे:बात अगर देह व्यापार के मुकदमों की करें तो कलियर थाने में साल 2017 में देह व्यापार के चार मुकदमे दर्ज किये गये. साल साल 2018 में भी तीन मुकदमे दर्ज हुए. साल 2021 में भी यहां एक मामला दर्ज किया गया. साल 2019 और 2020 व 2022 में देह व्यापार का कोई भी मामला यहां सामने नहीं आया. इसके अलावा भी कुछ ऐसे मामले आए जिनमें एफआईआर दर्ज नहीं हो पाई थी.

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2017 से अब तक NDPS के मुकदमे दर्ज:वहीं, बात अगर नशे और अवैध कारोबार की करें तो साल 2017 में इस मामले में 12, साल 2018 में 20, साल 2019 में 17, साल 2020 में 10, साल 2021 में 13 और साल 2022 में अब तक 15 मामले कलियर थाने में पंजीकृत हो चुके हैं. NDPS के मामले में दर्ज ये मुकदमे उत्तराखंड वक्फ बोर्ड के नवनिर्वाचित अध्यक्ष शादाब शम्स के उस बयान पर मुहर लगाते हैं, जिसमें कहा गया था कि पिरान कलियर नशे का गढ़ बनता जा रहा है.

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दरअसल, वक्फ बोर्ड के नवनिर्वाचित अध्यक्ष शादाब शम्स ने अपने बयान में कहा था कि कलियर दरगाह क्षेत्र नशे और वेश्यावृत्ति का अड्डा बन चुका है. जिसका खूब विरोध हुआ. उनके इस बयान पर सियासत भी जमकर हुई. जिसके बाद शादाब शम्स को अपने बयान पर सफाई देनी पड़ा. उन्होंने इस बयान पर सफाई देते हुए कहा उन्होंने ये बयान कलियर क्षेत्र के लिए दिया था न की दरगाह के लिए.

क्या कहते हैं स्थानीय:वहीं, जब इस मामले में स्थानीय लोगों से बात की गई तो उन्होंने कहा शादाब शम्स को अपनी बात स्पष्टटता से कहनी चाहिए थी. स्थानीय लोगों का भी मानना है कि कलियर क्षेत्र में नशे का कारोबार चरम पर है. उन्होंने कहा पुलिस की ओर से समय-समय पर इस पर कार्रवाई हो रही है, लेकिन इसके बाद भी कलियर में नशे का कारोबार काफी फल-फूल रहा है.
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वहीं, मामले को लेकरएसपी देहात प्रमेन्द्र सिंह डोभालका कहना है कि ह्यूमन ट्रैफिकिंग की टीम और स्थानीय पुलिस लगातार इस तरह के मामलों पर कार्रवाई कर रही है. पूर्व में भी ऐसे मामलों में मुकदमे दर्ज किए गए हैं. शादाब शम्स के बयान को लेकर एसपी देहात ने कोई जवाब नहीं दिया. उन्होंने कहा एक क्षेत्र को इस तरह से नहीं जोड़ना चाहिए.

Last Updated : Sep 17, 2022, 6:54 PM IST

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