रूड़की:उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चार धाम यात्रा शुरू हो चुकी है. चार धामों के दर्शन करने के लिए देश-विदेश से लाखों श्रद्धालु हर साल उत्तराखंड आते है. ऐसे में बाहर से आने वाले यात्रियों को किसी तरह की परेशानी न हो इसके लिए परिवहन विभाग नियमित रूप से अपना कार्य कर रहे है. चारधाम यात्रा पर जाने वाले व्यवसायिक वाहनों के लिए परिवहन विभाग ने ग्रीन कार्ड बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है.
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इन दिनों रुड़की में एआरटीओ कार्यालय के बाहर ग्रीन कार्ड बनवाने वाले वाहनों का जमावड़ा लगा हुआ है. एआरटीओ शैलेश तिवारी के मुताबिक चार धाम यात्रा को सुगम बनाने के लिए वाहनों का ग्रीन कार्ड बनाया जा रहा है. अब तक कुल 36 वाहनों के ग्रीन कार्ड बन चुके हैं.
तिवारी ने बताया कि चार धाम यात्रा पर जाने वाले वाहनों के ग्रीन कार्ड उन्हीं को दिए जा रहे हैं, जिनके सभी मानक पूरे है. ताकि चार धाम यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों को किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े.
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क्या है ग्रीन कार्ड?
चारधाम यात्रा पर जाने वाले यात्री वाहन टैक्सी, मैक्सी, मिनी बस और बस के लिए ग्रीन कार्ड जरूरी है. बिना ग्रीन कार्ड के वाहन यात्रा पर नहीं जा सकते. ग्रीन कार्ड यात्रियों की सुरक्षा को लेकर बनाया जाता है. इसमें वाहन के इंश्योरेंस, फिटनेस, टैक्स की वैधता, वाहन स्वामी का नाम, ड्राइवर के लाइसेंस की पूरी डिटेल होती है. यह फुल डिटेल पेपर होता है. चारधाम यात्रा की चेक पोस्टों पर ड्राइवर को वाहन के सभी कागज दिखाने की जरूरत है. संदेह होने पर ही अन्य पेपर दिखाए जाते हैं. इससे यात्रियों के समय की बचत भी होती है.