लक्सर: स्वास्थ्य विभाग की टीम ने लक्सर में डॉ. आंबेडकर चैरिटेबल हॉस्पिटल (Dr. Ambedkar Charitable Hospital) को सील किया है. स्वास्थ्य विभाग की टीम जब यहां पर चेकिंग करने पहुंची तो हॉस्पिटल में न तो कोई डॉक्टर मौजूद था और न ही मरीज. इसीलिए स्वास्थ्य विभाग की टीम ने हॉस्पिटल को बंद करा दिया. इसी हॉस्पिटल में बीते दिनों प्रसूता की बच्चे को जन्म देने के बाद मौत हो गई थी.
दरअसल, डौसनी गांव के रहने वाले भारत ने बीती 9 अप्रैल को अपनी पत्नी पिंकी को लक्सर-पुरकाजी रोड पर स्थित डॉ. आंबेडकर चैरिटेबल हॉस्पिटल में भर्ती कराया था. पिंकी ने उसी रात एक बेटे को जन्म दिया है, लेकिन जन्म देने के कुछ देर बाद ही पिंकी मौत हो गई. परिजनों ने डॉ. आंबेडकर चैरिटेबल हॉस्पिटल के डॉक्टरों पर लापरवाही की आरोप लगाते हुए हंगामा किया और वहां तोड़फोड़ की.
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मामला बढ़ा तो पुलिस भी मौके पर पहुंचे और परिजनों को शांत कराया. इसके बाद पुलिस ने परिजनों की शिकायत पर पिंकी का शव अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. वहीं पिंकी के पति भरत ने डॉ. आंबेडकर चैरिटेबल हॉस्पिटल के संचालक ईश्वरपाल सिंह और अस्पताल मे कार्यरत कथित चिकित्सक पूजा उपाध्याय के खिलाफ लक्सर कोतवाली में गैर इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज कराया. पुलिस में भी मामले की जांच शुरू की.
वहीं, मामले को गंभीरता से लेते हुए हरिद्वार जिलाधिकारी विनय शंकर पांडे ने सीएमओ हरिद्वार को चिकित्सकों की कमेटी गठित कर अस्पताल की जांच कराने के आदेश दिए थे. सीएमओ डॉ. कुमार खगेंद्र ने अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. विवेक तिवारी, लक्सर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अधीक्षक डॉ. अनिल वर्मा व सीएचसी के ब्लॉक प्रोग्राम मैनेजर आशीष शर्मा की तीन सदस्यीय टीम गठित की थी.
शनिवार को टीम जांच करने के लिए अस्पताल पहुंची तो अस्पताल खुला मिला, लेकिन अस्पताल में न तो कोई डॉक्टर मौजूद था और नहीं कोई मरीज भर्ती था. इस पर टीम ने अस्पताल को बंद कर दिया. चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर अनिल वर्मा ने बताया कि अस्पताल को फिलहाल बंद करा दिया गया है. अस्पताल के संचालक को नोटिस जारी कर अपना पक्ष रखने को कहा गया है. इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.