हरिद्वारः मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत और बाबा रामदेव जिस बेस अस्पताल का लोकार्पण करके फूले नहीं समा रहे थे, उस बेस अस्पताल की हालत चंद घंटों की बारिश में ही खराब हो गई है. आलम ये है कि डॉक्टर मरीजों को छोड़कर अब अस्पताल से पानी निकालने का काम कर रहे हैं. बुधवार रात से हल्की-हल्की बारिश के कारण बेस अस्पताल में पूरा पानी भर गया, जिस वजह से वहां भर्ती मरीजों को तो दिक्कत आ ही रही है, साथ ही डॉक्टरों को भी इस मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है.
'पानी-पानी' हुआ हरिद्वार बेस अस्पताल. वीडियो में नजर आ रहा है कि सरकार और पतंजलि योगपीठ के सहयोग से चलाए जा रहा कोविड अस्पताल पानी-पानी हो गया है. कुछ डॉक्टर पानी में खड़े होकर मरीजों का इलाज कर रहे हैं तो कुछ बाल्टियों में पानी भरकर निकालने की कोशिश कर रहे हैं.
हरिद्वार-देहरादून स्थित भूपतवाला के पास बने बेस अस्पताल में पानी भरने की वजह से तमाम डॉक्टरों के केबिन में पानी भरा हुआ है. बताया जा रहा है कि इस बारिश से दवाई और अन्य स्वास्थ्य सामग्री भी भीग गई हैं. अस्पताल को लेकर मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत और रामदेव बीते दिनों उनकी खूबियों और यहां की व्यवस्थाओं को लेकर बड़ी-बड़ी बातें कर रहे थे लेकिन धरातल पर व्यवस्थाएं क्या हैं, ये एक बारिश ने बता दिया. लेकिन शुक्र है उन डॉक्टरों का जो इस अस्पताल में नंगे पैर पानी में पीपीई कीट पहनकर मरीजों का इलाज कर रहे हैं. चंद घंटों की बारिश ने अस्पताल का ये हाल कर दिया है तो आप अंदाजा लगा सकते हैं कि उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में हो रही बारिश से वहां के अस्पतालों का क्या हाल हो रहा होगा.
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बता दें कि हाल ही में कुंभ के लिए बने बेस अस्पताल को कोविड केयर के रूप में बदल कर मुख्यमंत्री तीरथ सिंह द्वारा उद्घाटन किया गया था, जिसका संचालन सरकार द्वारा पतंजलि के साथ मिलकर किया जा रहा है. अस्पताल का एक स्टाफ वहां की स्थिति का वीडियो में जिक्र भी कर रहा है. वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है.