हरिद्वारः धर्मनगरी में कोरोनाकाल में झोलाछाप डॉक्टरों और मेडिकल स्टोर्स की बड़ी लापरवाही देखने को मिल रही है. जहां बिना पंजीकृत झोलाछाप डॉक्टर अपने क्लीनिकों का संचालन कर रहे हैं तो वहीं, कई मेडिकल स्टोर संचालक बिना डॉक्टर के पर्चे के ही लोगों को दवाईयां बेच रहे हैं. जिसे देखते हुए सीएमओ सरोज नैथानी और ड्रग्स इंस्पेक्टर अनिता भारती ने छापेमारी अभियान चलाया. इस दौरान कई मेडिकल स्टोर्स में अनियमितता मिली. जिस पर कई दुकान सीज और कई संचालकों के लाइसेंस निरस्त करने की संस्तुति दी गई.
मेडिकल स्टोर पर छापेमारी. सीएमओ सरोज नैथानी और ड्रग्स इंस्पेक्टर अनिता भारती ने रोशनाबाद, बहादराबाद व शिवालिक समेत नगर क्षेत्र में छापेमारी अभियान चलाया. इस दौरान कई दुकानदार अवैध तरीके से मेडिकल की दुकानें संचालित करते पाए गए. जिनके पास न ही डिग्री थी और न ही कोई डिप्लोमा. वहीं, छापेमारी की भनक लगते ही कई झोलाछाप डॉक्टर मेडिकल और क्लीनिक बंद कर भागने में सफल रहे.
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छापेमारी में कई क्लीनिकों पर ताला लगाया और उन्हें नोटिस देकर जवाब भी मांगा है. इस दौरान मुख्य चिकित्सा अधिकारी सरोज नैथानी ने बताया कि रोशनाबाद में अयोग्य लोग क्लीनिक और मेडिकल स्टोर संचालित कर रहे थे. जिसके तहत आठ क्लीनिक बंद किए गए है. जो पूरी तरीके से अवैध थे. जबकि, झोलाछाप मौके से फरार हो गए. कुछ लोग ऐसे भी पाए गए जो आयुर्वेदिक क्लीनिक के नाम एलोपैथिक औषधियां बेच रहे थे. जबकि, दो क्लीनिक का पंजीकरण भी नहीं था.
उन्होंने कहा कि कई लोग डॉ. लाल पैथ लैब के नाम से रक्त संग्रह केंद्र (ब्लड कलेक्शन सेंटर) चला रहे है. जहां मरीजों का सैंपल लेने वाला मैट्रिक पास निकला, जो हैरान करने वाली है. वहीं, ड्रग्स इंस्पेक्टर अनिता भारती ने कहा कि बिना डॉक्टर के पर्चे के दवाई बेचने पर तीन मेडिकल स्टोर संचालकों के लाइसेंस निरस्त करने की संस्तुति दी गई है.