रुड़की: लॉकडाउन के बीच कई स्कूल ऑनलाइन क्लास के जरिए पढ़ाई करा रहे हैं. भले ही इससे घर में क्लास जैसा माहौल मिल रहा हो, लेकिन ऑनलाइन पढ़ाई बच्चों की आंखों को सताने लगी है. क्लास की वजह से लगातार कई घंटे कम्प्यूटर और मोबाइल को देखने की वजह से बच्चों की आंखें कमजोर हो रही हैं.
रुड़की के आई स्पेशलिस्ट डॉ चंद्रमोहन ग्रोवर और मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. शिवम गुप्ता का कहना है कि ऑनलाइन पढ़ाई छोटे बच्चों के लिए घातक सिद्ध हो सकती है. लगातार स्क्रीन और मोबाइल पर आंखें गड़ाए रखने की वजह से बच्चों की आंखों पर बुरा असर पड़ता जा रहा है. वहीं दूसरी तरफ बच्चों के दिमाग पर भी भारी दबाव उत्पन्न हो रहा है.
बच्चों की आंखों को सता रही ऑनलाइन क्लास. ये भी पढ़ें:उत्तराखंड में फंसे श्रमिकों की वापसी के लिए चलाई गई विशेष ट्रेनें
डॉक्टरों ने बच्चों को सलाह देते हुए कहा कि ऑनलाइन क्लास के बीच-बीच में आंखें बंद कर आराम करना जरूरी है. इससे लगातार स्क्रीन देखने की वजह से ड्राई हुईं आंखें नार्मल हो जाएंगी. स्पेशलिस्ट डॉ. चंद्रमोहन ग्रोवर का कहना है कि ऑनलाइन क्लास में बच्चों को लगातार स्क्रीन को नहीं देखना चाहिए. इस दौरान बार-बार पलक को झपकाते रहना चाहिए.
ऑनलाइन क्लास में इन बातों का रखें ध्यान
- आंखों को ठंडे पानी से धोते रहें.
- लगातार मोबाइल और लैपटॉप इस्तेमाल न करें.
- आई ड्राप को डॉक्टर की सलाह पर ही डालें.
- लेटकर ऑनलाइन क्लासेज नहीं करें.
- मोबाइल और लैपटॉप की स्क्रीन को थोड़ी दूरी पर रखें.
- कुर्सी या बेड पर छोटा वाला टेबल लगाकर पढ़ें.