रुड़की: हरिद्वार पंचायत चुनाव में बीजेपी को बड़ी जीत मिली है, लेकिन बीजेपी की जीत पर विपक्षी दलों ने सवाल खड़े किए है. आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने आज 5 सितंबर इस मामले पर एक प्रेस वार्ता की. इस दौरान आरोप लगाया कि बीजेपी ने सत्ता का दुरुपयोग कर चुनाव में धांधली की है. उन्होंने कहा कि आजाद समाज पार्टी और भीम आर्मी कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न किया जा रहा है. इसके खिलाफ 21 अक्टूबर को हरिद्वार जिला मुख्यालय का घेराव किया जाएगा.
राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि हरिद्वार पंचायत चुनाव में बीजेपी ने जमकर धांधली की है. वोटों की डकैती की गई है, उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव में धांधली की आवाज उठाने वाले कार्यकर्ताओं पर लाठियां भांजी गई और पत्थर फेंके गए. इसके साथ ही कार्यकर्ताओं पर झूठे मुकदमे दर्ज कर उनका उत्पीड़न किया जा रहा है. दबिश के नाम पर कार्यकर्ताओं के परिवार के लोगों से अभद्रता की जा रही है. पुलिस कर्मी शराब के नशे में कार्यकर्ताओं के घरों में घुसते हैं.
चंद्रशेखर ने बीजेपी पर लगाया धांधली का आरोप. पढ़ें- हरिद्वार पंचायत चुनाव: परिणाम घोषित नहीं होने पर मतगणना स्थल पर धरना, पुलिस ने भांजी लाठियां वहीं, चंद्रशेखर आजाद ने बीजेपी पर जानबूझकर आसपा प्रत्याशियों को हराने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव और उसके बाद त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में आजाद समाज पार्टी प्रत्याशियों को काफी वोट मिले, जिसके कारण भाजपा बौखलाई हुई है और इस प्रकार के कृत्य कर रही है.
आरोप लगाया कि पंचायत चुनाव में निर्वाचन आयोग ने सरकार के इशारे पर टिकोला कला, सलेमपुर प्रथम, मुंडलाना और सिरचन्दी समेत अन्य सीटों पर आजाद समाज पार्टी के जीत रहे प्रत्याशियों को हराया है. वहीं, मंगलौर गुड़ मंडी में जब आजाद समाज पार्टी के कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध किया तो उनके ऊपर लाठीचार्ज किया गया, जिसमें कई कार्यकर्ता घायल हुए. महौला खराब करने के लिए वहां पर भाजपा के कार्यकर्ताओं ने पथराव किया और आरोप आसपा कार्यकर्ताओं पर लगाया.
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उन्होंने कहा कि उन लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया जो मौके पर मौजूद ही नहीं थे. दर्जनों बेकसूर लोगों की मोटर साइकिलें तोड़फोड़ कर जप्त कर ली गई और संगीन धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया. चंद्रशेखर आजाद के अनुसार पुलिस के द्वारा निर्दोष लोगों की जाति पूछकर गिरफ्तार किया जा रहा है.
उन्होंने आरोप लगाया कि सत्ता के इशारे पर भीम आर्मी पदाधिकारी व कार्यकर्ताओं को टारगेट किया जा रहा हैं. चुनाव में धांधली से ध्यान भटकाने के लिए सरकार पुलिस का इस्तेमाल कर रही है. उन्होंने मांग की है कि धांधली के लिए आयोग का गठन कर पुनः मतगणना की जाए और मुकदमों को वापस लिया जाए.
उन्होंने कहा कि खुलेआम वोटों की डकैती और दर्ज मुकदमों के खिलाफ 21 अक्टूबर को जिला मुख्यालय का घेराव किया जाएगा. इसके साथ ही सरकार ने जो तानाशाही की है, उसे जनता के सामने रखा जाएगा. कार्यकर्ता गांव गांव जाकर लोगों को इस धांधली के बारे में बताएंगे. साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार के इशारे पर जो धांधली अधिकारियों ने की है, अगर मामला कोर्ट में जाएगा तो अधिकारी फसेंगे, उन्होंने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो सामूहिक गिरफ्तारी भी देंगे.