हरिद्वार/रुद्रपुर:भारत सरकार ने आज यानी 1 जुलाई से पूरे देश में सिंगल यूज प्लास्टिक पर प्रतिबंध लगा दिया है. इसको लेकर हरिद्वार नगर निगम की टीम ने शहर के विभिन्न क्षेत्रों में टीमें बनाकर सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ अभियान चलाया. इस दौरान टीम ने कई दुकानों से प्लास्टिक केन जब्त कीं. इस दौरान बाजारों में दुकानदारों को चालान की चेतावनी भी दी गई.
भारत सरकार ने आज से पूरे देश में सिंगल यूज प्लास्टिक को बैन कर दिया है. ऐसे में हरिद्वार नगर निगम टीम ने दुकानदारों को 10 दिनों का समय दिया है. उसके भी अगर कोई सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल करता हुआ पाया गया तो उसके खिलाफ चालान की कार्रवाई की जाएगी. मुख्य नगर आयुक्त दयानंद सरस्वती ने बताया कि उनके द्वारा हरिद्वार के व्यापारियों के साथ पूर्व में तीन बैठकें हो चुकी हैं. साथ ही नगर निगम द्वारा समाचार पत्रों में भी सिंगल यूज प्लास्टिक के बैंक के संबंध में जानकारी दी जा चुकी है.
सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ अभियान. उन्होंने बताया कि क्योंकि नगर निगम द्वारा सिंगल यूज प्लास्टिक के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है, तो सरकार द्वारा सिंगल यूज प्लास्टिक के स्थान पर उसके अल्टरनेट की व्यवस्था भी की जा रही है, जिसमें बांस, कांच और जूट से बनी बोतले बाजार में उतारी जाएंगी. उन्होंने बताया कि जाम के द्वारा बाजार में कार्रवाई की जा रही है, तो वहीं आम लोगों से भी अपील की जा रही है कि वह सिंगल यूज प्लास्टिक का उपयोग करना बंद करें.
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रुद्रपुर में धड़ल्ले से हो रहा इस्तेमाल:शहर केमुख्य बाजार में सिंगल यूज प्लास्टिक का धड़ल्ले से इस्तेमाल किया जा रहा है. नगर निगम ने पहले 1 जुलाई से सिंगल यूज प्लास्टिक यूज ना करने के लिए जागरूकता अभियान भी चलाया था लेकिन उस अभियान का दुकानकारों पर कोई असर नहीं पड़ा. बाजार में पोली बैग में फल, सब्जी और अन्य घरेलू समान को ले जाने में किया जा रहा है. नगर आयुक्त विशाल मिश्रा ने बताया कि सिंगल यूज प्लास्टिक इस्तेमाल को लेकर लोगों को जागरूक किया गया है. अब नगर निगम टीम कल से विशेष अभियान चलाकर कार्रवाई करेगी.
इसलिए जरूरी है सिंगल यूज प्लास्टिक पर बैन: प्रदूषण फैलाने में सिंगल यूज प्लास्टिक सबसे बड़ा कारण है. सिंगल यूज प्लास्टिक से बनी चीजें न तो डी-कंपोज होती हैं और न ही इन्हें जलाया जा सकता है, क्योंकि इससे जहरीले धुएं से हानिकारक गैस निकलती है. ऐसे में रिसाइक्लिंग के अलावा स्टोरेज करना ही एकमात्र उपाय होता है.
हर व्यक्ति हर साल 18 ग्राम सिंगल यूज प्लास्टिक कचरा पैदा कर रहा:भारत की बात करें तो केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड का एक सर्वे बताता है कि देश में हर दिन 26 हजार टन प्लास्टिक कचरा निकलता है, जिसमें से सिर्फ 60% को ही इकट्ठा किया जाता है. बाकी कचरा नदी-नालों में मिल जाता है या पड़ा रहता है. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, भारत में हर साल 2.4 लाख टन सिंगल यूज प्लास्टिक पैदा होता है. इस हिसाब से हर व्यक्ति हर साल 18 ग्राम सिंगल यूज प्लास्टिक कचरा पैदा करता है.