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विलय के खिलाफ बैंक कर्मचारी रहे हड़ताल पर, प्रदेश में 2000 करोड़ का लेनदेन प्रभावित

केंद्र सरकार द्वारा किए जा रहे बैंकों के विलय से ऑल इंडिया बैंक एम्पलाइज एसोसिएशन और बैंक इंप्लाइज फेडरेशन ऑफ इंडिया खफा है. जिसको लेकर देशभर के बैंक कर्मचारी आज हड़ताल पर रहे. बैंक कर्मचारियों का कहना है कि केंद्र सरकार ने दस बड़े बैंकों का विलय करके पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने का काम किया है. इससे आम जनता परेशान होगी.

काशीपुर

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Published : Oct 22, 2019, 9:08 PM IST

Updated : Oct 22, 2019, 9:59 PM IST

देहरादून/हरिद्वार/काशीपुर/जसपुर:केंद्र सरकार द्वारा बैंकों के निजीकरण और मर्जर के खिलाफ आज ऑल इंडिया बैंक एंप्लाइज एसोसिएशन और बैंक एम्पलाइज फेडरेशन ऑफ इंडिया के आह्वान पर उत्तरांचल बैंक एंप्लाइज यूनियन के साथ कर्मचारियों ने मंगलवार को एकदिवसीय बैंकों की हड़ताल रही. जिस कारण उत्तराखंड के 1500 बैंक शाखाओं के करीब 3 हज़ार कर्मचारियों के हड़ताल पर होने के कारण बैंकों में काम काज ठप रहा. बैंकों में कामकाज ठप के कारण आज उत्तराखंड में करीब 2 हज़ार करोड़ का कैश ओर चेक का लेनदेन प्रभावित हुआ. वहीं उत्तरांचल बैंक एंप्लाइज यूनियन के अध्यक्ष ने चेतावनी दी कि अगर मांगें नहीं मानी जाती हैं तो अनिश्चितकालीन हड़ताल करेंगे.

देशभर के बैंक कर्मचारी रहे हड़ताल पर.

उत्तरांचल बैंक इंप्लाइज यूनियन के अध्यक्ष जगमोहन मेंदीरत्ता ने बताया कि आज हड़ताल के कारण उत्तराखंड की 1500 बैंक शाखाओं के करीब 3 हज़ार कर्मचारी हड़ताल पर थे. कर्मचारियों की हड़ताल के कारण बैंकों में कामकाज ठप होने के कारण करीब 2 हज़ार करोड़ का कैश ओर चेक का लेनदेन रुका रहा.

इसी के तहत काशीपुर के भी सभी बैंकों में एआईबीए से जुड़े सभी बैंक कर्मचारी हड़ताल पर रहे. उत्तरांचल बैंक एम्पलाइज यूनियन के आह्वान पर सभी बैंक कर्मचारी बाजपुर रोड स्थित विजया बैंक की शाखा के बाहर एकत्रित हुए और सरकार की जन विरोधी और कर्मचारी विरोधी नीतियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. वहीं हरिद्वार में रानीपुर मोड़ स्थित ओरिएंटल बैंक ऑफ कॉमर्स शाखा पर बैंक कर्मियों ने सरकार के खिलाफ प्रदर्शन और नारेबाजी की.

बैंक ऑफ बड़ौदा स्टाफ एसोसिएशन उत्तराखंड के प्रांतीय महामंत्री सत्यपाल शर्मा ने कहा कि सरकार लगातार बैंकों को बदनाम कर रही है, जबकि होना यह चाहिए था कि बैंकों का बड़े-बड़े कारपोरेट घरानों पर बकाया करोड़ों रुपया वसूल किया जाये, लेकिन इसके बजाय बैंकों को बदनाम किया जा रहा है. लोगों का ध्यान भटकाने के लिए बैंकों का मर्जर किया जा रहा है और दूसरी ओर जनता पर सेवा चार्ज के रूप में पैनल चार्ज लगाए जा रहे हैं जो कि गलत है.

उन्होंने कहा कि आम जनता लगातार एक ओर टैक्स के बोझ से दबी जा रही है तो दूसरी ओर बैंकों में जमा उसी के पैसे पर सर्विस चार्ज लगाकर सरकार आम जनता का गला घोंट रही है. सत्यपाल शर्मा ने कहा कि बैंकों का मर्जर एआईबीए किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं करेगा और इसके खिलाफ बैंक कर्मचारी और यूनियन बड़ी से बड़ी लड़ाई लड़ने को तैयार है.

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हरिद्वार में भी दिखा असर

हरिद्वार के रानीपुर मोड़ स्थित ओरिएंटल बैंक ऑफ़ कॉमर्स शाखा पर बैंक एम्पलाइज यूनियन के बैनर तले बैंक कर्मियों ने कामकाज ठप कर केंद्र सरकार के खिलाफ प्रदर्शन और नारेबाजी की. इस मौके पर यूनियन के महामंत्री राजकुमार सक्सेना ने कहा कि केंद्र सरकार लगातार बैंकों का मर्जर करती जा रही है, जो बैंक कर्मचारियों व उपभोक्ता के हित में नहीं है.

उनका कहना है कि केंद्र सरकार ने देश के दस बड़े बैंकों का विलय करके पूंजीपतियों को फायदा पहुंचाने का काम किया है. बैंकों के मर्ज हो जाने से ग्राहकों को मोनोफोनिक बैंकिंग का सामना करना पड़ेगा. वहीं बैंक शाखाओं के कम हो जाने बैंककर्मियों के रोजगार पर भी संकट आ जायेगा. इन्हीं कारणों से देश की अर्थव्यवस्था और भी ज्यादा गिर जाएगी. उन्होंने चेतावनी दी है कि जब तक सरकार बैंकों के मर्ज करने का फैसला वापस नहीं लेती, तब तक उनका विरोध जारी रहेगा. जरूरत पड़ी तो सरकार के खिलाफ बड़ा आंदोलन किया जाएगा.

जसपुर में भी लोग हुए परेशान

सरकारी बैंकों की हड़ताल से जसपुर में लोग काफी परेशान हुए. हड़ताल की जानकारी न होने के कारण लोगों में रोष देखेने को मिला. लोगों का कहना है कि दिवाली की समय है और उनको पैसा नहीं मिल पा रहा है. इसके साथ ही हड़ताल की वजह से नकदी के जमा और निकासी के साथ-साथ चेक भुगतान सेवाएं भी प्रभावित हुईं.

Last Updated : Oct 22, 2019, 9:59 PM IST

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