रुड़की: अगर आप नए साल का जश्न मनाने की तैयारी कर रहे हैं तो पहले ये ख़बर पढ़ लीजिए, क्योंकि इस बार कोविड-19 के चलते नव वर्ष के जश्न पर प्रशासन ने रोक लगा दी है. इसके लिए बाकायदा पुलिस प्रशासन पूरी मुस्तैदी के साथ नए साल का जश्न मनाने वालों पर कड़ी नजर रखेगा और कोविड नियमों का उल्लंघन करने के तहत कार्रवाई भी करेगा. इसलिए प्रशासन हिदायत कर रहा है कि इस नए वर्ष पर अपने घरों में ही रहकर खुशी का इज़हार करें. पिकनिक या जश्न मनाने की कोशिश बिल्कुल भी ना करें. ताकि नए साल पर पुलिस की कार्रवाई का शिकार ना होना पड़े.
आपको ज्ञात है कि, 2020 अलविदा होने वाला है और नव वर्ष 2021 की शुरुआत में एक दिन का समय शेष बचा है. पिछले सालों की अपेक्षा इस बार किसी को भी नए साल का जश्न मनाने की अनुमति नहीं है. क्षेत्रीय प्रशासन और पुलिस ऐसे लोगों को चिन्हित करेगा जो नए साल पर पिकनिक या लोगों को इकट्ठा कर जश्न मना रहे होंगे. उनपर कोविड नियमों का उलंघन करने के तहत कार्रवाई भी अमल में लाई जाएगी.
ये भी पढ़ेंःनिजी दौरे पर उत्तराखंड पहुंचे कवि कुमार विश्वास, टिहरी झील में बोटिंग का उठाया लुत्फ
वहीं, हरिद्वार एसएसपी ड़ी सेंथिल अबुदई कृष्ण राज एस ने बताया कि, जिलाधिकारी के द्वारा इस बार होटल या अन्य सार्वजनिक स्थानों पर नए वर्ष के जश्न पर पूर्ण रूप से पाबंदी लगाई गई है. यदि कोई भी व्यक्ति सार्वजनिक स्थानों पर लोगों को इकट्ठा करके नए साल का जश्न मनाते हुए पाया गया, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने बताया कि कोविड-19 के चलते कोविड नियमों का पालन करना और कराना सभी की जिम्मेदारी है. साथ ही बाहर से आने वाले लोगों पर बॉर्डर से ही निगरानी रखी जाएगी. इसके साथ ही होटलों पर भी विशेष नज़र रखी जाएगी.
एसएसपी ने कोतवाली का किया निरीक्षणः
रुड़की की सिविल लाइन कोतवाली का वार्षिक निरीक्षण करने पहुंचे हरिद्वार वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कोतवाली की तमाम व्यवस्थाओं का बारीकी से निरीक्षण किया. इस दौरान कोतवाली में खड़े लावारिस वाहनों के निस्तारण के निर्देश भी दिए गए. करीब दो घण्टे के निरीक्षण में एसएसपी ने सरकारी सम्पत्ति, रिकॉर्ड, मालखाना व अन्य व्यवस्थाओं का बारीकी से निरीक्षण किया.
वहीं, एसएसपी ने बताया कि, कोतवाली सिविल लाइन का वार्षिक निरीक्षण किया गया, जिसमें सरकारी रिकॉर्ड, मालखाना, बैरक व अन्य व्यवस्थाओं का बारीकी से निरीक्षण किया गया है. कोतवाली में खड़े लावारिस वाहनों की सूची बनाकर उनके निस्तारण के निर्देश भी दिए गए हैं. निरीक्षण के दौरान पुलिस जवानों से भी संवाद किया गया और उनकी समस्याओं को जाना गया.