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बैरागी अखाड़ा मेला प्रशासन और अखाड़ा परिषद से नाराज, कार्य न होने पर बहिष्कार की धमकी

कुंभ मेला नजदीक है. ऐसे में बैरागी अखाड़ों ने कुंभ मेला प्रशासन और अखाड़ा परिषद पर उन्हें नजरअंदाज करने का आरोप लगाया है और चेतावनी दी है कि अगर मेला प्रशासन बैरागी कैंप में कार्य नहीं कराता है तो वह कुंभ मेले में सरकार द्वारा दी जाने वाली सभी व्यवस्थाओं का बहिष्कार करेंगे.

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Published : Jan 31, 2021, 9:50 PM IST

हरिद्वार:कुंभ मेला शुरू होने में अब कुछ ही समय शेष बचा है. मगर वैष्णव संप्रदाय के बैरागी अखाड़ों द्वारा मेला प्रशासन और अखाड़ा परिषद पर बैरागी अखाड़ों की अनदेखी का आरोप लगाया जा रहा है. बैरागी अखाड़ों द्वारा मेला प्रशासन और अखाड़ा परिषद अध्यक्ष नरेंद्र गिरि को बैरागी कैंप में जल्द कार्य करने को लेकर ज्ञापन दिया था और कहा कि अगर मेला प्रशासन बैरागी कैंप में कार्य नहीं करता है, तो वह कुंभ मेले में सरकार की सभी व्यवस्थाओं का बहिष्कार करेंगे.

बता दें कि वैष्णव संप्रदाय के बैरागी अखाड़ों द्वारा लगातार बैरागी कैंप में कार्य ना होने पर अपनी नाराजगी दर्ज कराई जा रही है. मगर उसके बावजूद भी मेला प्रशासन द्वारा बैरागी कैंप में मूलभूत सुविधा के कार्य भी नहीं किए जा रहे हैं.

बैरागी पंच निर्मोही अखाड़े के महंत राजेंद्र दास का कहना है कि कुंभ मेला अब शुरू होने वाला है और बैरागी संप्रदाय के संत भी आने शुरू हो गए हैं. मगर मेला प्रशासन की तरफ से बैरागी कैंप में कोई कार्य नहीं किए जा रहे हैं. इसके संबंध में हमारे द्वारा मेला अधिकारी और अखाड़ा परिषद अध्यक्ष को पत्र दिया गया है.

उन्होंने कहा कि सभी अखाड़ों के मठ मंदिर आश्रम बन रहे हैं. मगर बैरागी अखाड़ों के संत खुले मैदान में रहने को मजबूर हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि मेला प्रशासन और अखाड़ा परिषद की तरफ से हमें नजर अंदाज किया जा रहा है. सिर्फ यह कार्य करने की बातें कर रहे हैं, लेकिन कोई कार्य होता दिखाई नहीं दे रहा है. अगर जल्द ही बैरागी कैंप में कार्य न किया गया तो कुंभ मेले में सरकार की सभी व्यवस्थाओं का बैरागी अखाड़े बहिष्कार करेंगे.

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वहीं, बैरागी अखाड़ों की नाराजगी को लेकर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि का कहना है कि तीनों बैरागी अखाड़ों के महंत से मेरी वार्ता हुई है. उनके द्वारा कुछ मांगों को लेकर मुझे पत्र दिया गया. मेरे द्वारा पत्र मेला अधिकारी को दिया गया है और उनको कहा गया है कि जल्द ही बैरागी अखाड़ों की मांगों को पूरा किया जाए.

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