विकासनगर: पशुओं के बांझपन को लेकर ग्रामीणों को काफी समस्याएं झेलनी पड़ती है. इसके मद्देनजर राजकीय पशु प्रजनन केंद्र कालसी में 15 पशु चिकित्सा अधिकारियों को एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया .
चिकित्सा अधिकारी पहुंचे कालसी. दरअसल, कई बार पशुओं का समय पर बांझपन का इलाज न होने से ग्रामीणों को परेशानी झेलनी पड़ती है. ऐसे पशुओं को पालने में काफी समस्याएं झेलनी पड़ती है. इसी कड़ी में उत्तराखंड के पशु चिकित्सा अधिकारियों को पशु प्रजनन केंद्र कालसी में एक दिवसीय व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया गया.
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कालसी में पशु चिकित्सा अधिकारी अमित देवराड़ी ने पशुओं में बांझपन की समस्याओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी. उसके बाद पशु चिकित्सा अधिकारियों को व्यवहारिक प्रशिक्षण दिया गया.
मास्टर ट्रेनिंग पशु चिकित्सा अधिकारी अमित देवराड़ी ने बताया कि उत्तराखंड के विभिन्न क्षेत्रों से 15 पशु चिकित्सा अधिकारियों का एक दल पशु प्रजनन केंद्र कालसी में पहुंचा. जहां उन्हें एक दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया. इस प्रशिक्षण का मकसद ग्रामीणों को प्रशिक्षित करना है ताकि पशुओं के बांझपन को लेकर वे जागरुक हों. इससे पशु स्वास्थ्य दुधारू तो होगा ही साथ ही ग्रामीणों की आय में भी वृद्धि होगी.