देहरादून:साल 2019 समापन की ओर अग्रसर है. वहीं, साल 2020 के स्वागत की चारों ओर जोर शोर से तैयारियां चल रही हैं. लेकिन, उत्तराखंड राज्य की बात करें तो साल 2019 काफी हलचल भरा रहा. झारखंड मे हुए विधान सभा चुनाव और उसके परिणाम से ये उम्मीद जताई जा रही है कि आगामी साल 2020 पुरानी परेशानियों से निजात दिलाएगा और प्रदेश में ही खुशहाली भी लाएगी. आखिर क्या रही मुख्य हलचलें. देखिए ईटीवी भारत की स्पेशल रिपोर्ट.
चारधाम देवस्थानम बोर्ड
उत्तराखंड राज्य सरकार ने विश्व विख्यात उत्तराखंड चारधाम समेत प्रदेश के अन्य 51 मंदिरों को एक बोर्ड के अधीन लाने की मंशा से चारधाम देवस्थानम बोर्ड का गठन किया है. जिसे कैबिनेट में पास करने के बाद, विधानसभा से भी पास करा लिया गया है. हालांकि, इस विधेयक के कैबिनेट में निर्णय लेने के पश्चात से ही चारधाम के तीर्थ पुरोहित और हक-हकूक धारी लगातार चारधाम देवस्थानम बोर्ड का विरोध जारी है. इतना ही नहीं, विधानसभा के शीतकालीन सत्र के दौरान सदन के अंदर विपक्ष पार्टियां और सदन के बाहर तीर्थपुरोहितों ने जमकर विरोध प्रदर्शन किया. ऐसे में अब राज्य सरकार ने तीर्थ पुरोहित और हक-हकूकधारियों को समझाने के साथ ही हर हाल में चारधाम देवस्थानम बोर्ड को लागू करने का बात दोहरायी है. यही नहीं, चारधाम देवस्थानम बोर्ड के सहायता के लिए 10 करोड़ रुपये का भी अनुपूरक बजट में प्रावधान भी किया गया है. देखना यह होगा कि क्या सरकार इसे रोल बैक करेगी या नहीं.
महंगाई की मार
साल 2019 में महंगाई का मुद्दा विपक्ष ने जमकर भुनाया. इस साल हुए बजट सत्र और शीतकाल सत्र के दौरान भी सदन से लेकर सदन के बाहर तक लगातार महंगाई का मुद्दा चारों ओर गूंजता रहा. तो वहीं पिछले महीने से प्याज के दामों में आई उछाल के बाद तमाम विपक्षी पार्टियों ने राज्य सरकार और केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला. यही नहीं, इसी महीने हुई शीतकाल सत्र के दौरान ना सिर्फ सदन के बाहर महंगाई के मुद्दों को लेकर विपक्ष ने प्रदर्शन किया बल्कि सदन के भीतर विपक्ष पार्टी ने बेल में उतरकर सरकार का ध्यान लोक समस्या की ओर आकर्षित किया.
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वित्त मंत्री स्व. प्रकाश पंत का निधन
उत्तराखंड भाजपा ने प्रदेश के कद्दावर और वित्त मंत्री स्व. प्रकाश पंत को इसी साल खो दिया. प्रकाश पंत ना सिर्फ भाजपा के लिए क्षति है बल्कि उत्तराखंड राज्य के लिए भी एक बड़ी क्षति है. गौर हो कि लंबे समय से बीमार चल रहे प्रकाश पंत का इलाज के दौरान 5 जून को निधन हो गया था. जिसके बाद खाली हुई पिथौरागढ़ विधानसभा सीट पर स्व. प्रकाश पंत की पत्नी चंद्रा पंत ने उपचुनाव जीतकर पहली बार विधायक बनी. नवनिर्वाचित विधायक चंद्रा पंत ने दोहराया कि वो अपने पति यानि प्रकाश पंत के अधूरे सपने को साकार करेगी.
रोहित शेखर तिवारी की हत्या
उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री रहे स्व. एनडी तिवारी के पुत्र रोहित शेखर तिवारी की 15 अप्रैल को दिल्ली स्थित आवास पर बड़े निर्दयी तरीके से गला दबाकर हत्या कर दी गई थी. जांच के बाद रोहित शेखर के हत्या के आरोप में स्व. रोहित शेखर की पत्नी अपूर्वा को गिरफ्तार किया गया. हालांकि, अब मामला कोर्ट मे लंबित है.
पिथौरागढ़ शिक्षक-पुस्तक आंदोलन
उत्तराखंड के पिथौरागढ़ में स्थित लक्ष्मण सिंह महर महाविद्यालय के छात्रों ने 17 जून से शिक्षक और पुस्तक को लेकर आंदोलन शुरू किया. इस महाविद्यालय के छात्र 90 के दशक की पुरानी किताबों को पढ़ने के लिए मजबूर थे. यही नहीं, 90 के दशक से कॉलेज की लाइब्रेरी में नई किताबें अपना स्थान नहीं बना सकी है. यही नहीं, 40 अध्यापकों के पद भी रिक्त चल रहे हैं. जिस वजह से छात्रों में 17 जून से शिक्षक-पुस्तक आंदोलन शुरू किया था. 38 दिनों के बाद छात्रों की मांगे माने जाने के बाद छात्रों के शिक्षक-पुस्तक आंदोलन को स्थगित किया था. उम्मीद यह जताई जा रही है कि यह आंदोलन अन्य छात्रों के लिए नजीर बनेगी.
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कांजी हाउस मामला
देहरादून स्थित कांजी हाउस में करीब 100 से अधिक मवेशियों के मरने की खबर ईटीवी भारत पर प्रमुखता से चलाई गई थी. जिसके बाद उत्तराखंड सरकार और देहरादून नगर निगम से ईटीवी भारत की खबर को प्रमुखता से उठते हुए ना सिर्फ कांजी को शिफ्ट कराया गया, बल्कि मवेशियों के मरने के मामले में जांच के भी आदेश दिए.
राखी को मिलेगा राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार
उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले की देव कुंडई गांव की निवासी राखी ने अपने चार साल के भाई राघव को 4 अक्टूबर 2019 को गुलदार के हमले से बचाया था. वहीं, राखी खुद घायल हो गयी थी. जिसके बाद राखी का इलाज दिल्ली में कराया गया था. तो वहीं राखी के अदम्य साहस को देखते हुए उत्तराखंड राज्य बाल कल्याण परिषद ने राखी का नाम राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार के चयन के लिए भेजा है. यही नहीं, राखी देश के तीनों सेना प्रमुखों से मुलाकात करेगी.