गर्मी का सितम रहेगा जारी, इस साल उत्तराखंड में 10 दिन की देरी से आएगा मानसून - बारिश
प्रदेश में अगले कुछ दिन हल्के बादल छाये रह सकते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि बादल छाए रहने से तापमान में ज्यादा असर पड़ने के आसार नहीं हैं. वहीं पर्वतीय क्षेत्रों में हल्की बारिश हो सकती है जबकि राज्य के शेष स्थानों में मौसम शुष्क रहने के संभावनाएं हैं.
देहरादून: पूरे देश में गर्मी की तपिश ने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. वहीं देवभूमि उत्तराखंड के भी मैदानी क्षेत्र इससे अछूते नहीं हैं. जहां एक ओर पर्वतीय क्षेत्रों में मौसम सुहावना बना हुआ है तो वहीं मैदानी क्षेत्रों में सूरज आग उगल रहा है. गर्मी की वजह से लोग घरों से निकलने में कतरा रहे हैं.
मौसम केंद्र निदेशक बिक्रम सिंह के अनुसार प्रदेश में अगले कुछ दिन हल्के बादल छाये रह सकते हैं. साथ ही उन्होंने कहा कि बादल छाए रहने से तापमान में ज्यादा असर पड़ने के आसार नहीं हैं. वहीं पर्वतीय क्षेत्रों में हल्की बारिश हो सकती है जबकि राज्य के शेष स्थानों में मौसम शुष्क रहने की संभावनाएं हैं. बात करें उत्तराखंड के पर्वतीय क्षेत्रों की तो सीमांत जिला मुख्यालय पिथौरागढ़, अल्मोड़ा और चंपावत में मौसम सामान्य बना हुआ है.
वहीं पर्यटक सीजन होने से यहां काफी संख्या में सैलानी मौसम का लुत्फ उठाने पहुंच रहे हैं. वहीं पहाड़ों की रानी कहे जाने वाली मसूरी में पर्यटक सीजन पीक पर है. गर्मी से बचने के लिए लोग मसूरी का रुख कर रहे हैं. आमतौर पर प्रदेश में मानसून 27-28 जून तक दस्तक दे देता है, लेकिन इस बार मानसून आठ जुलाई तक आने की संभावना जताई जा रही है. इसलिए लोगों को कुछ दिनों तक चिलचिलाती गर्मी का सामना करना पड़ सकता है.