देहरादून: पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत के कोरोना वायरस पर दिए उटपटांग बयान के बाद कांग्रेस के उन्हें निशाने पर लिया है. कांग्रेस पार्टी का कहना है कि भाजपा संगठन को अपने नेताओं की तरफ से दिए जा रहे उटपटांग और बेतुके बयानों की एक लाइब्रेरी तैयार करनी चाहिए. ताकि वो भविष्य में जन सामान्य के लिए मनोरंजन का साधन बन सकें.
बीजेपी पर कांग्रेस का तंज. कांग्रेस की प्रदेश प्रवक्ता गरिमा दसौनी ने पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत की तरफ से कोरोना पर दिए गए बयान के बाद चुटकी लेते हुए कहा कि कोरोना महामारी के तनावपूर्ण माहौल के बीच पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत हल्का-फुल्का वातावरण तैयार करने के लिए एक चौंकाने वाला बयान दिया है. जिसमें उन्होंने कोरोना को प्राणी का दर्जा देते हुए कहा कि कोरोना को भी जीने का अधिकार है. उन्होंने हैरानी जताते हुए कहा कि सूबे में भाजपा नेताओं के मानसिक स्तर को क्या होता जा रहा है, वह समझ से परे है.
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कांग्रेस ने भाजपा संगठन को सलाह देते हुए कहा कि भाजपा को अपने दिग्गज नेताओं के अनर्गल बयानों की एक लाइब्रेरी बनानी चाहिए. ताकि आने वाले भविष्य में ये लाइब्रेरी आम जनमानस के लिए मनोरंजन का साधन बन सकें. गरिमा का कहना है कि बीते दो माह से भाजपा नेताओं के उटपटांग बयानों की बयार देखने को मिल रही है. इससे पूरे विश्व में उत्तराखंड का परचम लहरा रहा है. जो लोग उत्तराखंड को जानते भी नहीं थे आज उन्हें भी यहां के बारे में पता चल गया है. क्योंकि सीएम तीरथ रावत, बंशीधर भगत और पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत तरह-तरह के बेतुके बयान दे रहे हैं.
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बता दें कि पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत एक दिन पूर्व ही अपने कोरोना पर दिए गये बयान को लेकर फिर चर्चाओं में हैं. पूर्व सीएम ने कोरोना को एक प्राणी बताया है और कहा है कि उसे भी जीने का अधिकार है. हालांकि, उनका आशय कोरोना वायरस के बदले स्वरूप को लेकर था. लेकिन इस बयान के बाद पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र रावत एक बार फिर कांग्रेस के निशाने पर आ गए हैं.