देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 (uttarakhand assembly election 2022) को लेकर कांग्रेस में बड़ा मंथन (Big manthan in Congress) हुआ है. पार्टी के प्रदेश कार्यालय में आज कांग्रेस की 5 बैठकें (Congress held 5 meetings) हुई. जिसमें पार्टी की जीत और प्रत्याशियों के चयन को लेकर चिंतन किया गया. इस दौरान पार्टी नेताओं ने आगामी चुनाव को लेकर रणनीति पर चर्चा (Discussion on strategy for upcoming elections) की. साथ ही पार्टी नेताओं को जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए गए.
उत्तराखंड कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की अध्यक्षता में पांच महत्वपूर्ण बैठकें की गईं. इसमें कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक (Congress Screening Committee meeting) अविनाश पांडे की अध्यक्षता में हुई. इसके अलावा कोर ग्रुप की बैठक, जिला अध्यक्षों की बैठक, कार्यकारी अध्यक्षों की बैठक और फ्रंटल ऑर्गनाइजेशन की बैठक आहूत की गई. यह सभी बैठक पार्टी में आगामी चुनाव को लेकर खासी महत्वपूर्ण रही, लेकिन इसमें सबसे ज्यादा सभी की नजर स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक पर रही.
कांग्रेस स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक ये भी पढ़ें:उत्तराखंड में कौन संभालेगा एनडी तिवारी की विरासत? बेटे तक को नहीं दिला पाए थे टिकट
दरअसल कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी प्रत्याशियों को लेकर नामों पर विचार करेगी. जिसके बाद विधानसभा में प्रत्याशियों के नाम तय किए जाएंगे. इस बैठक में निर्णय लिया गया कि स्क्रीनिंग कमेटी के 9 सदस्य गढ़वाल मंडल और कुमाऊं मंडल में तीन-तीन दिन का दौरा करेंगे. इस दौरान कमेटी पार्टी के दावेदारों और कार्यकर्ताओं के विचारों को सुनेगी. इस तरह स्क्रीनिंग कमेटी 10 दिसंबर तक पार्टी के दावेदारों और कार्यकर्ताओं की बात सुनने और विधानसभा स्तर पर दावेदारों की सूची तैयार करने का काम पूरा कर लेगी.
इसके बाद स्क्रीनिंग कमेटी तमाम विधानसभाओं में दावेदारों के नामों की सूची स्क्रीनिंग करते हुए कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति को सौंपेगी. खास बात यह है कि कमेटी के अध्यक्ष अविनाश पांडे ने साफ किया कि सीटिंग विधायकों के टिकट करीब-करीब फाइनल ही होंगे और वह सबसे मजबूत दावेदार के रूप में कमेटी की सूची में रहेंगे.