देहरादून: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद देश की छात्र राजनीति का एक अहम नाम है. ये संगठन अक्सर चर्चा में रहता है. देहरादून डीएवी कॉलेज में विद्यार्थी परिषद के छात्रों के हंगामे के बाद ये संगठन एक बार फिर चर्चा में है. दरअसल, बीते दिनों डीएवी कॉलेज में विद्यार्थी परिषद के छात्रों ने कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी का विरोध किया था. जिसके बाद उत्तराखंड बीजेपी ने संगठन से किनारा काट लिया है.
उत्तराखंड बीजेपी के प्रवक्ता नवीन ठाकुर का कहना है कि अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बीजेपी का छात्र विंग नहीं है. बल्कि दोनों संगठनों के विचार मिलते हैं और विद्यार्थी परिषद भाजपा को समर्थन देता है. इसका मतलब यह नहीं है कि विद्यार्थी परिषद भाजपा का संगठन है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी द्वारा लगातार अपने क्षेत्र में बेहतर कार्य किया जा रहा है. ऐसे में एबीवीपी एक स्वतंत्र छात्र संगठन है और अगर विद्यार्थी परिषद के छात्र संगठन से बात करते हैं तो उनकी बातें सुनीं जाएंगी. अन्यथा वह किसी भी तरह का विरोध करने के लिए स्वतंत्र हैं.
क्या है मामला: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के छात्र नेताओं ने मंत्री गणेश जोशी के खिलाफ जमकर नारेबाजी की थी और उनका पुतला भी फूंका था. छात्रों का कहना है कि गणेश जोशी छात्रसंघ चुनाव में दखल दे रहे हैं और उनके द्वारा संगठन की उपेक्षा की जा रही है. इसके साथ ही गणेश जोशी अवांछनीय तत्वों को भी संरक्षण दे रहे हैं.