सरकारी कैथ लैब का उद्घाटन देहरादून/ऋषिकेशःउत्तराखंड में धामी सरकार ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में प्रदेशवासियों को बड़ी सौगात दी है. प्रदेश की पहली सरकारी कैथ लैब का शुभारंभ हो गया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने राजकीय दून मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कैथ लैब, आईसीयू, मैमोग्राफी और डिजिटल रेडियोग्राफी मशीन का उद्घाटन किया. ऐसे में अब दून अस्पताल में मरीजों का बेहतर इलाज मिल पाएगा. उधर, एम्स ऋषिकेश के तीसरे दीक्षांत समारोह केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने छात्रों को डिग्रियां बांटी.
देहरादून में कैथ लैब का शुभारंभ मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने कहा कि प्रदेश के पहले सरकारी कैथ लैब का लोकार्पण हो गया है. ऐसे में हृदय से संबंधित बीमारी के मरीजों को सर्जरी की सुविधाएं आसानी से मिल सकेगी. प्रदेश के अन्य सरकारी अस्पतालों में भी केंद्र सरकार के सहयोग से कैथ लैब की स्थापना करने का प्रयास किया जाएगा.
वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि अमरनाथ यात्रा की तर्ज पर चारधाम यात्रा में स्वास्थ्य व्यवस्था किया गया है. प्रदेश में स्वास्थ्य के क्षेत्र में बेहतर काम हो रहा है. यही वजह है कि राज्य के मांगने पर केंद्र सरकार पैसा दे देती है. साथ ही कहा कि राज्य सरकार जो भी मदद मांगेगी, उसे केंद्र सरकार पूरा करेगी.
ये भी पढ़ेंःउत्तराखंड में होगी सेंट्रल काउंसलिंग की 15वीं बैठक, देशभर के स्वास्थ्य मंत्री करेंगे शिरकत एम्स ऋषिकेश के दीक्षांत समारोह में 1041 छात्रों को दी गई उपाधिःएम्स यानी अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान ऋषिकेश में तृतीय दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया. दीक्षांत समारोह में यूजी, पीजी, स्नातक, परास्नातक, सुपर स्पेशलिटी और स्पेशलिटी कोर्स समेत पैरामेडिकल कोर्स के 1 हजार 41 छात्रों को उपाधि दी गई. साथ ही 30 गोल्ड, 2 रजत और 2 कांस्य मेडल भी दिए गए.
AIIMS ऋषिकेश का दीक्षांत समारोह
केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडविया ने छात्रों को अपने हाथों से उपाधियां दी. इस मौके पर प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर मिशन के तहत 150 बेड क्षमता के क्रिटिकल केयर अस्पताल भवन की आधारशिला भी रखी गई. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि एम्स ऋषिकेश में 100 करोड़ से ज्यादा की लागत से तैयार होने वाले 150 बेड के क्रिटिकल केयर अस्पताल का लाभ पूरे उत्तराखंड को मिलेगा. इस दौरान उन्होंने संस्थान की शोध पत्रिका एवं स्वास्थ्य चेतना पत्रिका का विमोचन भी किया.
छात्रों को डिग्रियां प्रदान करते केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री
वहीं, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि एम्स ऋषिकेश की चिकित्सकीय टीम ने कठिन भौगोलिक परिस्थितियों वाले उत्तराखंड और पड़ोसी राज्यों में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा प्रदान कर लोगों का विश्वास जीता है. एम्स ऋषिकेश अब देश के शीर्ष 25 संस्थानों में से एक है. वहीं, एम्स ऋषिकेश की कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर मीनू सिंह ने कहा कि वर्तमान में एम्स संस्थान के लिए करीब 2000 डॉक्टर सेवारत हैं, जो मेडिकल एजुकेशन के साथ साथ मरीजों के उपचार में भी सेवारत हैं.
एम्स ऋषिकेश का तीसरा दीक्षांत समारोह