देहरादून: देवप्रयाग में खोली गई हिलटॉप शराब फैक्ट्री पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस मामले में जहां विपक्ष पहले से ही हमलावर था वहीं अब अपनों ने भी सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद करनी शुरू कर दी है. पौड़ी से बीजेपी सांसद तीरथ सिंह रावत ने सरकार के इस फैसले पर सवाल खड़े करते हुए कहा है कि त्रिवेंद्र सरकार जल्द ही इस मसले पर विचार करेगी.
हिलटॉप पर पूछे गये सवाल के जवाब में बीजेपी सांसद तीरथ सिंह ने कहा कि देवभूमि उत्तराखंड में देवप्रयाग गंगा का संगम स्थल है, ऐसे में यहां की पहचान गंगा और धार्मिक मान्यताओं से जुड़ी हुई है. हिलटॉप शराब से अगर इस स्थान का नाम जोड़ा जाएगा तो यह उत्तराखंडवासियों के लिए शर्मनाक बात है.
दिल्ली में दिए इस बयान में तीरथ सिंह रावत ने बताया कि उत्तराखंड में हमेशा से नशे और शराब का विरोध होता रहा है. यहां की महिलाएं इससे बेहद पीड़ित हैं. ऐसे में पहाड़ पर इस तरह के प्लांट लगाना उन महिलाओं का अपमान होगा जो लगातार नशे के खिलाफ खड़ी होती रही हैं. बीजेपी सांसद ने अपनी ही सरकार से कहा कि सरकार इस मामले पर विचार करे और तत्काल प्रभाव से एक्शन ले.
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बता दें कि पूर्व की हरीश रावत सरकार के कार्यकाल में देवप्रयाग क्षेत्र में बॉटलिंग प्लांट लगाए जाने और बीजेपी सरकार द्वारा लाइसेंस देने के बाद मामला विवादों में है. ‘हिल टॉप’ नाम से एक विस्की प्लांट यहां लगने से विवाद पैदा हो गया है. इस शराब के कारोबार से अब सियासी कोहराम मचा हुआ है. इस मामले में बीजेपी और कांग्रेस एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहे है. हालांकि, इस मामले में मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने सफाई देते हुए कहा था कि इस प्लांट को पिछली सरकार में ही स्वीकृत दी गई थी.