देहरादून:मानसून सीजन इंसानों पर ही नहीं जानवरों पर भी आफत बनकर टूट रहा है. मानसून सीजन में पालतू कुत्तों को टिक फीवर, जल जनित रोग, फंगल इन्फेक्शन, इनडाइजेशन की समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है. वहीं मानसून में राजधानी देहरादून में भी पालतू कुत्ते रोग से ग्रसित हो रहे हैं. जिससे हॉस्पिटलों में उनकी आमद बढ़ गई है.
मानसून सीजन में अपने पेट्स की ऐसे करें देखभाल, वरना घेर सकती हैं बीमारियां
मानसून सीजन इंसानों के साथ बेजुबानों पर भी कहर ढा रहा है. मानसून सीजन में अपने पालतू कुत्ते की प्रति सजग हो जाना चाहिए. वेटरनरी डॉक्टर पूजा कर्णवाल ने इसके लिए खास सावधानियां बताई हैं.
वेटरनरी डॉक्टर पूजा कर्णवाल का कहना है कि बारिश के मौसम में गंदे बारिश के पानी को पीने से कुत्तों में हल्के से गंभीर पेट और आंतों के संक्रमण हो रहे हैं. उन्होंने बताया कि ऐसा तभी हो सकता है जब पेट डॉग मानसून में गंदी सतहों या अपने पंजों को चाटते हैं. उन्होंने सलाह दी है कि बारिश के सीजन में उन स्थानों पर अपने कुत्तों को ना घुमाये, जहां पानी जमा हो. इसके अलावा इस मौसम में कुत्तों को फंगल, पेट के इंफेक्शन का खतरा भी बना रहता है.
इसलिए बाहर से आने पर उनके शरीर को किसी साफ कपड़े से साफ करें. उन्होंने बताया कि शरीर से धूल मिट्टी साफ होने से स्किन और आंतों के इन्फेक्शन की संभावना कम हो जाती है. डॉ. पूजा के मुताबिक उनके क्लीनिक में रोजाना 5 से 7 पेट्स फीवर से संक्रमित आ रहे हैं और यह एक प्रकार से पेट्स में डेंगू की तरह होता है. कभी-कभी यह पेट्स के लिए जानलेवा भी साबित होता है. इसलिए डॉग ऑनर को इस बरसात के मौसम में अपने कुत्तों को बीमारी से सुरक्षित रखने के तरीके अपनाने चाहिए.