देहरादूनःउत्तराखंड सहित पूरा उत्तर भारत इस वक्त कड़ाके की ठंड से जूझ रहा है. जहां इंसानों को ठंड से बचाने के लिए तमाम कवायदें की जा रही हैं. वहीं ऐसी भी जगह है जहां इंसानों को नहीं बल्कि जानवरों को ठंड से बचाने के लिए खास इंतेजाम किये गए हैं. आइये आपको बताते हैं इस खास रिपोर्ट में.
यहां जानवरों पर भी ठंड का सितम बता दें की, प्रदेश का सबसे बड़ा चिड़ियाघर राजधानी देहरादून में है, जहां पर्यटकों का तांता लगा रहता है. वहीं इन दिनों पूरा प्रदेश शीतलहर की चपेट में है. वहीं चिड़ियाघर में आवाजाही को बनाये रखना खासा चुनौती भरा है. क्योंकि पर्यटक यहां हमेशा की तरह जीव-जंतुओं को देखने आते है. इंसानों की तरह जानवरों को भी ठंड लगती है और वो भी अपनी प्रवृत्ति के अनरूप जीवन व्यापन करते है.साथ ही जीवों की कई ऐसी प्रजातियां होती है जो सर्दी में अनुकूल नहीं होती है. इन प्रजातियों में सबसे ऊपर सरिसृप प्रजाति के जीव आते हैं, यह सभी ठंडे खून के जीव होते हैं. साथ ही जमीन पर रेंगने वाले सभी जीवों के लिए तापमान अधिक होना जरूरी होता है.
ठंड से पंक्षियो को मिलेगी राहत इसे भी पढ़ेःमसूरी विंटर कार्निवाल: देश-विदेश के सैलानी देवभूमि की संस्कृति से हुए रूबरू, अव्यवस्थाएं से चढ़ा लोगों का पारा
यही वजह है कि इस प्रकार के जीव गर्मियों में ज्यादा दिखाई देते है. वहीं देहरादून जू में मौजूद अलग-अलग तरह के खास प्रकार की रेप्टाइल प्रजातियों के सांपों के लिए इस वातावरण को मेंटेन रखने के खास इंतजाम किए गए हैं. सभी रेप्टाइल्स स्पेसीज के लिए रूम हीटर, कंबल, और तापमान को बनाये रखने के लिए कई इंतजाम किए गए हैं. इसके अलावा दुनिया में पाए जाने वाले इन खास तरह के सांपों के रख-रखाव का भी विशेष ध्यान रखा जाता है.वहीं इसके अलावा पक्षियों की बात करें तो देहरादून जू में पेराकीट प्रजाति के कई स्पिजिज मौजूद हैं, जो सर्दियों में कम देखने को मिलते हैं. सर्दी में भी इनके लिए यहां अनुकूल माहौल किया गया है.
लगाए गए हीटर ठंड से जानवरों को बचाने के लिए विशेष इंतजाम इसे भी पढ़ेःअलविदा 2019: उत्तराखंड के इन सपूतों ने दी शहादत, पहाड़ों में आज भी गूंज रहे वीरता के किस्से
साथ ही इन पक्षियों के आहार में परिवर्तन भी किया जाता है. पक्षियों के शरीर मे गर्मी बनाये रखने के लिए सूरजमुखी का फूल, अखरोट, बादाम इत्यादि की मात्रा बढ़ा दी जाती है. इनके अलावा भी सामान्य जानवर जैसे, चीतल, सांबर, हिरन, इत्यादि जो कि इस मौसम में अनुकूल होते हैं, उन्हें भी ठंड से बचने के लिए समय- समय पर गुड़ दिया जाता है.