उत्तराखंड

uttarakhand

ETV Bharat / state

एनफील्ड टी कंपनी में अवैध निर्माण और पेड़ कटान पर DM को मिला गड़बड़झाला, 4 कर्मचारी सस्पेंड - एनफील्ड टी कंपनी

विकासनगर एनफील्ड टी कंपनी में अवैध निर्माण और पेड़ों के कटान के मामले में जिलाधिकारी ने चार राजस्व कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है. मामले में कई अधिकारियों की भूमिका संदिग्ध पाई गई है, जिन्होंने जांच आख्या गलत पेश की है. जिलाधिकारी को जब इस बात का पता चला तो उन्होंने इस मामले में सख्त कार्रवाई की है.

Etv Bharat
Etv Bharat

By

Published : Jan 4, 2023, 10:54 AM IST

देहरादून:विकासनगर की एनफील्ड टी कंपनी (Vikasnagar Enfield Tea Company) में अवैध निर्माण और पेड़ों के कटान को लेकर प्रशासन एक्शन मोड में है. मामले में जिलाधिकारी सोनिका (Dehradun DM Sonika) द्वारा चार राजस्व कर्मचारियों पर कड़ा एक्शन लिया गया है. साथ ही इस मामले में सेवानिवृत्त नायब तहसीलदार पर भी मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिए हैं.

जिलाधिकारी को शिकायत मिलने के बाद क्षेत्रों के स्थलीय निरीक्षण के दौरान अपर जिलाधिकारी प्रशासन, एसडीएम विकासनगर को जांच करने के निर्देश दिए गए थे. जांच में दोनों ही मामलों में कर्मचारियों की संलिप्तता पाए जाने पर जिलाधिकारी द्वारा कार्रवाई की गई है. बता दें कि विकासनगर तहसील के ग्राम सलियावाला की एनफील्ड टी कंपनी में अवैध रूप से भवनों और दुकानों के निर्माण और पेड़ों के कटान की शिकायत मिली थी.
पढ़ें-CM धामी की अध‍िकार‍ियों को नसीहत, कहा- जरूरतमंदों तक जरूर पहुंचे योजनाओं का लाभ

जिस पर उन्होंने खुद स्थलीय निरीक्षण किया और अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) व उपजिलाधिकारी विकासनगर को जांच करने के निर्देश दिए थे. जांच के बाद मामले में चार राजस्व कर्मचारियों की संलिप्तता पाई गई. जिस पर राजस्व निरीक्षक सरदार सिंह चौहान, तत्कालीन राजस्व निरीक्षक प्रदीप कुमार, राजस्व उप निरीक्षक शोभाराम जोशी और राजस्व उप निरीक्षक जय सिंह सैनी को निलंबित कर दिया है. जिलाधिकारी सोनिका ने बताया कि एसडीएम विकासनगर की जांच रिपोर्ट में पता चला कि राजस्व उप निरीक्षक जय सिंह सैनी ने अपनी आख्या में बताया कि एनफील्ड टी कंपनी में कोई बाग या पेड़ नहीं है.
पढ़ें-रेलवे भूमि अतिक्रमण मामले में ओवैसी की एंट्री, बोले- हल्द्वानी में मुसलमानों को किया जा रहा बेघर

जब वन विभाग की टीम ने स्थलीय निरीक्षण किया तो वहां साल का जंगल मिला. इससे पता चला कि राजस्व उप निरीक्षक जय सिंह सैनी ने झूठी रिपोर्ट सौंपी. इस रिपोर्ट पर तत्कालीन नायब तहसीलदार पंचम सिंह नेगी जो वर्तमान में सेवानिवृत्त हो गए हैं ने नियम के खिलाफ अनुमति जारी कर दी. जिस पर सेवानिवृत्त नायब तहसीलदार पर भी केस दर्ज करने के आदेश दिए हैं. साथ ही एसडीएम ऋषिकेश को जांच अधिकारी नामित कर 15 दिन के अंदर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए गए हैं.

ABOUT THE AUTHOR

...view details