हरिद्वार: सूबे में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले ही बीजेपी में गुटबाजी और सिरफुटव्वल का दौर शुरू हो गया है. इसने पार्टी को असहज कर दिया है और साथ ही विपक्ष को बैठे बिठाये मुद्दा दे दिया है. विधायक उमेश शर्मा काऊ और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच हुई तू-तू मैं-मैं के मामले में कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के आगे आने के बाद अब कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज भी समर्थन में खड़े हो गए हैं. इससे प्रदेश की सियासत फिर गरमाने के आसार हैं.
कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि उमेश शर्मा साथी विधायक हैं. ऐसे में उनके साथ ऐसा नहीं होना चाहिए. इसके लिए वो पार्टी फोरम पर इस मामले को उठाएंगे. दरअसल, कुछ दिन पहले रायपुर विधानसभा क्षेत्र के मालदेवता में आयोजित कार्यक्रम के दौरान विधायक उमेश शर्मा काऊ और भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच हुई तू-तू मैं-मैं हो गई थी. जिसके बाद से जिला संगठन के तमाम नेता रायपुर विधायक पर कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. वहीं, विधायक ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए कहा कि पिछले चार सालों से उनकी अनदेखी की जा रही है. यही नहीं, इस मामले को लेकर विधायक कई बार अपनी पीड़ा को प्रदेश संगठन समेत मुख्यमंत्री और कैबिनेट मंत्रियों के सम्मुख उठा चुके हैं. लेकिन अभी तक उनकी समस्या का समाधान नहीं हो पाया है.
रायपुर विधायक उमेश शर्मा 'काऊ' के समर्थन में उतरे सतपाल महाराज पढ़ें-उत्तराखंड की राज्यपाल बेबी रानी मौर्य का इस्तीफा, यूपी BJP में बड़ी जिम्मेदारी मिलने की चर्चा
रायपुर विधायक उमेश शर्मा काऊ को लेकर चल रहे विवाद पर सतपाल महाराज ने कहा कि वो उनके साथी हैं और विधायक भी हैं. ऐसे में उनकी बात को पार्टी के फोरम में रखा जाएगा. क्योंकि किसी भी विधायक के साथ ऐसा नहीं होना चाहिए, बल्कि विधायक का सम्मान होना चाहिए. लिहाजा जो भी उनकी व्यथा है पार्टी फोरम पर रखें और कोई भी काम दुर्भावना से नहीं किया जाना चाहिए. यही नहीं, सतपाल महाराज ने कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत के बयान पर समर्थन करते हुए कहा कि, हरक सिंह रावत ठीक कह रहे हैं.
विधायक-कार्यकर्ताओं की जुबानी जंग: बता दें कि 4 सितंबर शनिवार को राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय माल देवता में विज्ञान संकाय भवन के शिलान्यास कार्यक्रम में हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला था. दरअसल बीजेपी विधायक उमेश शर्मा काऊ कुछ कार्यकर्ताओं की गुटबाजी से इतने नाराज हुए कि वो सबके सामने ही कार्यकर्ताओं से ही भिड़ गए. इतना ही नहीं इस दौरान कार्यकर्ताओं ने भी जमकर विधायक को खरी-खोटी सुनाई. वहीं, कार्यक्रम में पहुंचे उच्च शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत विधायक के गुस्से के सामने बुत बने नजर आए.