मसूरीः नगर पालिका परिषद मसूरी (Municipal Council Mussoorie) में महिला पर्यावरण मित्रों ने शासनादेश द्वारा मानदेय दिए जाने की मांग लेकर प्रदर्शन (Demonstration of sanitation workers in Mussoorie) किया. इस दौरान पर्यावरण मित्रों ने जमकर नारेबाजी की और चेतावनी दी कि यदि एक सप्ताह के भीतर उनकी मांगे नहीं मानी गई तो पूरे शहर की सफाई व्यवस्था को ठप कर दिया जाएगा.
मसूरी: सफाईकर्मियों ने दी हड़ताल पर जाने की चेतावनी, मानदेय बढ़ाने की मांग
नगर पालिका परिषद मसूरी की महिला पर्यावरण मित्रों ने 8 सितंबर से हड़ताल पर जाने की चेतावनी दी है. उनका कहना है कि सीएम धामी की घोषणा और शासनादेश जारी होने के बाद भी पर्यावरण मित्रों का मानदेय नहीं बढ़ाया गया है. उन्होंने पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं.
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि मुख्यमंत्री द्वारा घोषणा की गई थी कि पर्यावरण मित्रों को प्रतिदिन 500 रुपए मानदेय दिया जाएगा. इसका मार्च में शासनादेश भी जारी हो गया था. शासनादेश को 1 अप्रैल से प्रदेशभर में लागू भी कर दिया गया. परंतु नगर पालिका परिषद मसूरी द्वारा 130 पर्यावरण मित्रों को 270 रुपये प्रतिदिन मानदेय के हिसाब से दिया जाता है. उन्होंने पालिका अध्यक्ष अनुज गुप्ता पर कई गंभीर आरोप भी लगाए.
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उत्तराखंड देवभूमि सफाई कर्मचारी संघ के जिला सचिव कृष्णा गोदियाल ने बताया कि इस संबंध में उनकी 3 महीने पहले पालिका अध्यक्ष से भी वार्ता हुई. इस पर उन्होंने आश्वासन दिया कि 3 महीने के भीतर पर्यावरण मित्रों का मानदेय बढ़ा दिया जाएगा. लेकिन अभी तक कर्मचारियों का मानदेय नहीं बढ़ाया गया है. उन्होंने कहा कि कि अगर जल्द पालिका द्वारा पर्यावरण मित्रों का मानदेय नहीं बढ़ाया जाता तो 8 सितंबर से समस्त पर्यावरण मित्र हड़ताल पर चले जाएंगे.