देहरादूनःशीशमबाड़ा प्लांट में कूड़ा निस्तारण (Waste disposal in Sheeshambada plant) का मामला सुलझ गया है. अब जब तक नई कंपनी काम शुरू नहीं कर देती है, तब तक रैमकी कंपनी (Ramky company) ही कूड़े का निस्तारण करेगी. दरअसल, कूड़ा निस्तारण करने वाली कंपनी ने 31 अगस्त से काम बंद करने की चेतावनी दी थी. ऐसे में नगर निगम के सामने कूड़ा निस्तारण की समस्या खड़ी हो गई थी. इसके बाद नगर निगम प्रशासन (Dehradun Municipal Corporation) ने कंपनी से वार्ता की और वार्ता के बाद निर्णय लिया गया कि फिलहाल रैमकी कंपनी ही कूड़े का निस्तारण करेगी.
टेंडर पूरा होने तक रैमकी कंपनी ही करेगी देहरादून में कूड़ा निस्तारण, बातचीत में सुलझा मामला - Dehradun Municipal Corporation
देहरादून नगर निगम और कूड़ा निस्तारण कंपनी रैमकी के बीच कूड़ा निस्तारण का मामला सुलझ गया है. नई कंपनियों की टेंडर प्रक्रिया पूरी होने तक रैमकी कंपनी ही कूड़ा निस्तारण का काम करेगी. अभी तक करीब 13 कंपनियों ने टेंडर प्रक्रिया में हिस्सा लिया है.
वहीं, नगर आयुक्त ने बताया कि नई कंपनी के लिए ऑनलाइन टेंडर प्रक्रिया शुरू हो गई है. करीब 13 कंपनियों ने टेंडर कर दिया है. 15 से 20 सितंबर तक नई कंपनी शीशमबाड़ा में कूड़ा निस्तारण कर काम करना शुरू कर देगी. बता दें कि शहर में कूड़ा उठाने और निस्तारण का काम देख रही कंपनियों की लापरवाही सामने आई तो कंपनियों ने नगर निगम पर दबाव बनाने के लिए 31 अगस्त की रात से काम छोड़ने की चेतावनी दी थी. 2018 से शहर में कूड़ा निस्तारण करने वाली चेन्नई एमएसडब्ल्यू और 2019 से घर घर कूड़ा उठाने का काम देख रही रैमकी कंपनी 1 सितंबर से कूड़ा निस्तारण और कूड़ा उठाने का कार्य ठप करने की चेतावनी दी थी.
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कंपनी ने निगम की ओर से समय से भुगतान न होने और खराब कार्यशैली का आरोप लगाया है. दूसरी तरफ नगर निगम का कहना है कि पिछले काफी दिनों से दोनों कंपनियों की लगातार लापरवाही की शिकायतें मिल रही थी. नगर आयुक्त मनुज गोयल ने बताया कि रैमकी कंपनी की टर्मिनेशन कार्रवाई चल रही है. साथ ही टेंडर की प्रक्रिया भी चल रही है. इस टेंडर प्रक्रिया में कुछ समय लगने की संभावना है.