ऋषिकेश: शहर में जलभराव की समस्या एक दो दिन पुरानी नहीं है, बल्कि यह दशकों से चली आ रही है. बरसाती पानी की निकासी के लिए ड्रेनेज सिस्टम आज तक विकसित नहीं हो पाया है. नेशनल हाईवे से लेकर अन्य मार्गों तक बारिश में जलभराव की समस्या आम हो चली है. इतना ही नहीं अब विदेशी मेहमान भी इस जलभराव की समस्या से परेशान होने लगे हैं.
अभी तक यह परेशानी सिर्फ स्थानीय स्तर तक सीमित थी, लेकिन अब विदेशी पर्यटकों भी इससे दो-चार होना पड़ रहा है. आज दोपहर बाद हुई बारिश से नेशनल हाईवे पर जहां जलभराव हुआ, वहीं शहर के अंदर भी मार्ग पानी से लबालब हो गए. जिसमें तिलक रोड पर हुए जलभराव में कुछ विदेशी पर्यटक भी फंस गए. बरसाती पानी से बचने के लिए एक विदेशी पर्यटक ने छलांग लगाई तो वह गिरने गया, जिसमें उसे चोटें भी आई है.
बारिश ने खोली बदहाल ड्रेनेज सिस्टम की पोल बारिश के बाद तिलक रोड पर हुए जलभराव के कारण सड़क गंदे पानी से लबालब भरी हुई थी. इसी बीच तिलक रोड पर पहुंचे विदेशियों ने बदहाल व्यवस्था की फोटो भी अपने कैमरे में कैद कर ले गए. ऐसे में विदेशों में ऋषिकेश की छवि क्या जाएगी. इसका सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है.
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वहीं, जलभराव को लेकर ऋषिकेश नगर आयुक्त गिरीश चंद गुणवंत से संपर्क किया गया, तो उन्होंने जो कहा उसे सुनकर आप भी चौंक जाएगे. उन्होंने कहा नगर निगम कुछ नहीं कर रहा है. बताओ यार, बरसात हुई है. हम नाले-वाले खोलने का काम कर रहे हैं. इसमें वक्त तो लगेगा ही, नाले एक दिन में तो नहीं खुलेंगे. जब तक बरसात आएगी, हमारे सारे नाले खुल जाएंगे. यह समस्या पहली दफा की नहीं है कि जादू की छड़ी घुमाई और एकदम से ठीक कर दूं. 15 से 20 दिनों में बरसात से पहले समाधान कर दिया जाएगा. बजट की समस्या है और पुरानी देनदारी दुनियाभर की है, यह भी तो समस्या है. जलभराव की समस्या के निस्तारण को लेकर निगम गंभीर हैं.