देहरादूनःप्रदेश में 18+ उम्र के लोगों के लिए सरकार के पास अभी वैक्सीन उपलब्ध नहीं है. ऐसे में उम्मीद है कि 9 जून को वैक्सीन देहरादून पहुंचेगी. जिसके बाद 18+ को भी वैक्सीन लगनी शुरू हो जाएंगी. जहां एक ओर सरकार के पास वैक्सीन उपलब्ध नहीं है तो वहीं दूसरी ओर निजी अस्पतालों की ओर से वैक्सीन के लिए ज्यादा पैसे वसूले जा रहे हैं.
वैक्सीन के लिए प्राइवेट अस्पताल वसूल रहे ज्यादा पैसे. स्वास्थ्य विभाग की मानें तो केंद्र सरकार ने निजी सेक्टरों को पेड वैक्सीन लगाने के लिए खुद से दरें निर्धारित करने की बात कही थी. जिसके तहत देहरादून जिले में कोविशील्ड वैक्सीन के लिए 900 प्रति डोज रेट तय किए गए हैं. निजी अस्पताल किस प्रकिया के तहत वैक्सीन लगा रहे हैं और इन्हें कैसे वैक्सीन मिल गई, जबकि राज्य सरकार के पास वैक्सीन नहीं है? इस सवालों को लेकर ईटीवी भारत ने एनएचएम के अधिकारी कुलदीप सिंह मार्तोलिया से बात की.
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मामले पर कुलदीप सिंह मार्तोलिया ने बताया कि देशभर में जब 18+ के लिए वैक्सीनेशन प्रक्रिया शुरू हुई थी, उस दौरान वैक्सीन बनाने वाली कंपनियों को छूट थी कि वो 25 फीसदी वैक्सीन निजी अस्पतालों या निजी कंपनियों को भी बेच सकते है. हालांकि, उस दौरान निजी अस्पतालों ने भी ओपन मार्केट से वैक्सीन खरीदा था. जिसके बाद अब उन्हें वैक्सीन उपलब्ध हुआ होगा, जिसके चलते अब निजी सेक्टर वैक्सिंग लगा रहे हैं.
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निजी अस्पतालों के लिए कोविशिल्ड वैक्सीन के रेट हैं तय
वैक्सीन के एक डोज के रेट निर्धारण के सवाल पर मार्तोलिया ने बताया कि केंद्र सरकार ने इस बात पर भी जोर दिया गया था कि जो भी निजी अस्पताल पेड वैक्सीन लगाएंगे, उन्हें डोज के रेट तय करने होंगे. वैक्सीन बनाने वाली कंपनियां, निजी अस्पतालों को कोविशिल्ड की एक डोज 630 रुपये (600+5% जीएसटी) में दी जा रही है. इसी तरह कोवैक्सीन की एक डोज 945 रुपये (900+5% जीएसटी) में दी जा रही है. जिसके बाद निजी सेक्टर अपने अन्य खर्चों को शामिल कर पब्लिक के लिए एक डोज का रेट निर्धारित करते हैं.
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देहरादून जिले में निजी अस्पताल की ओर से पेड वैक्सीन लगाई जा रही है. जिसके रेट पहले 900 रुपये तय किए गए थे. इतना ही नहीं डोज के रेट को कोविन पोर्टल (cowin portal) पर भी शो करना होता है. मार्तोलिया ने बताया कि देहरादून जिले में जो अभी पेड कोविशिल्ड वैक्सिंग लगाई जा रही है, उसका रेट 900 रुपये प्रति डोज रेट तय किया है. इसी रेट पर ही पब्लिक को वैक्सीन लगाई जा रही है.
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वैक्सीन के लिए वसूले जा रहे 1100 रुपये प्रति डोज
वहीं, इसकी पड़ताल के लिए जब ईटीवी भारत की टीम में निजी सेक्टर की ओर से वैक्सिंग के लिए लगाए गए कैंप पहुंचे तो वहां कुछ और ही हकीकत सामने आई. वैक्सीन लगाकर लौट रहे कुछ लोगों से जब ईटीवी भारत की टीम ने पूछा कि उन्होंने वैक्सीन की एक डोज के लिए कितने रुपए का भुगतान किया? तो वैक्सीन लगाने आए लोगों ने बताया कि कोविशील्ड वैक्सीन के लिए उनसे प्रति डोज 1,100 रुपये लिए गए हैं.
ऐसे में एक बड़ा सवाल यह खड़ा होता है कि जब निजी अस्पताल ने देहरादून जिले में वैक्सीन के लिए 900 रुपये प्रति डोज रेट तय किए थे तो वह आम जनता से 1100 रुपये क्यों वसूल रहे हैं? हालांकि, वैक्सीन कैंप पिछले 5 दिनों से चल रहे हैं. रोजाना 1200 से 1500 लोगों को वैक्सिंग लगाई जा रही है, लेकिन अभी तक किसी भी स्वास्थ्य अधिकारी का ध्यान इस ओर नहीं गया, जो कि एक बड़ा सवाल खड़ा कर रहा है?