देहरादून: उत्तराखंड विधानसभा में आज एकदिवसीय मॉनसून सत्र की कार्यवाही चल रही है. इस बीच कांग्रेस विधायक पार्टी प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के नेतृत्व में ट्रैक्टर पर सवार होकर विधानसभा रवाना हुए, लेकिन कांग्रेस विधायकों को पुलिस ने विधानसभा से पहले ही बैरिकेडिंग लगाकर रोक लिया. वहीं, आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने भी आज कृषि बिलों के विरोध में विधानसभा का कूच किया. आप कार्यकर्ताओं ने विधानसभा भवन के पास जमकर नारेबाजी करते हुए आक्रोश व्यक्त किया.
पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर रोका कांग्रेस के विधायकों को आज पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाकर विधानसभा से पहले ही रोक लिया. दरअसल कांग्रेस विधायक ट्रैक्टर लेकर विधानसभा रवाना हुए. कांग्रेस विधायक कृषि बिल के विरोध में प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह के साथ ट्रैक्टर पर विधानसभा पहुंचे, लेकिन पुलिस ने उन्हें विधानसभा परिसर में जाने से पहले ही बैरिकेड लगाकर रोक दिया.
ये भी पढ़ें:उत्तराखंड विधानसभा का मॉनसून सत्र शुरू हुआ
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह समेत कांग्रेस विधायक मनोज रावत, काजी निजामुद्दीन और आदेश चौहान ट्रैक्टर में बैठकर विधानसभा पहुंचे. लेकिन पुलिस ने रास्ते में ही विधायकों को रोक लिया. कांग्रेसी विधायकों ने इसका विरोध किया और धरना देते हुए पुलिस से बैरिकेडिंग खोलने की मांग की. काफी देर तक चली बातचीत के बाद पुलिस ने बैरिकेडिंग खोली तब जाकर विधायक ट्रैक्टर में विधानसभा के लिए रवाना हुए.
ट्रैक्टर से विधानसभा पहुंचे कांग्रेसी विधायक पढ़ें-दर्जाधारी राज्य मंत्री से मारपीट मामले में सफाई कर्मचारियों का हंगामा, पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप
आप प्रदेश अध्यक्ष एसएस कलेर ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ आम आदमी पार्टी ने मोर्चा खोला है. केंद्र सरकार ने दोनों ही सदनों में जो कृषि विधेयक पास किये हैं वह किसानों के हितों के खिलाफ हैं. इस बिल के आने के बाद किसानों की हालात और खराब हो जाएगी. उन्होंने कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस विपक्ष की भूमिका अदा नहीं कर रही है. जिसके कारण अब अब आम आदमी पार्टी जन सरोकारों के मुद्दों को उठाते हुए विपक्ष की भूमिका में आना पड़ रहा है.
पढ़ें-पहली बार एक ही दिन में पारित होंगे 19 विधेयक और 10 अध्यादेश
आम आदमी पार्टी ने संसद में पास किए कानूनों को वापस लेने की मांग की है. तीन कृषि विधेयकों के विरोध में सर्वजन स्वराज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉक्टर देवेश्वर भट्ट के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों ने विधानसभा कूच किया. जहां पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रिस्पना पुल से पहले ही बैरिकेडिंग लगाकर रोक दिया. रोके जाने से आक्रोशित प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की हुई. जिसके बाद नाराज कार्यकर्ता वहीं धरने पर बैठ गए. बाद में आम आदमी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष एसएस कलेर समेत 32 कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया. जहां से उन्हें सुद्दोवाला जेल ले जाया गया.