देहरादून: पार्टी में संगठनात्मक गतिविधियों को गति देने और जन मुद्दों पर पार्टी के संघर्ष को धार देने के उद्देश्य से कांग्रेस के प्रदेश उपाध्यक्षों की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई. जिसमें संगठन को मजबूती के साथ ही केंद्र और राज्य सरकार की घेराबंदी को लेकर आगामी रणनीति पर मंथन किया गया. बैठक में कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत, नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय समेत तमाम वरिष्ठ नेता मौजूद रहे.
कांग्रेस ने आयोजित की बैठक. उत्तराखंड कांग्रेस के प्रदेश मुख्यालय देहरादून में सुबह 11 बजे शुरू हुई संगठन की बैठक करीब चार घंटे तक चली. इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि बैठक में पार्टी को मजबूती प्रदान करने के लिए गहन मंथन किया गया. इसके साथ ही पार्टी की भावी रणनीति पर भी चर्चा की गई. इसके अलावा बैठक में तीन प्रस्ताव भी पारित किए गए.
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पहला प्रस्ताव में राहुल गांधी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी संभालें. दूसरे प्रस्ताव के तहत केंद्र और राज्य सरकार ने पेट्रोल-डीजल और बसों के किराये में जो बढ़ोतरी की उसके विरोध में पार्टी आंदोलन करती रहेगी. भविष्य में भी महंगाई के खिलाफ कांग्रेस आंदोलन जारी रखेगी. तीसरे प्रस्ताव में वे उन कांग्रेस जनों का आभार व्यक्त करना चाहते हैं, जिन्होंने इस कोरोना महामारी में आमजन तक पहुंचाने का काम किया और उनकी मदद की. उसके लिए वे सभी साथी बधाई के पात्र हैं.
बैठक में शामिल हुए पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि कोरोना काल में राज्य सरकार पूरी तरह से फेल हुई थी. संकट की इस घड़ी में कांग्रेस के नेताओं ने लोगों को सहारा दिया और उनकी मदद करी. इसीलिए कांग्रेस ने निर्णय लिया किया वे अपने इस अभियान को आगे भी जारी रखेगी.
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बता दें कि मंगलवार को प्रदेश उपाध्यक्षों की बैठक आयोजित की गई थी. बुधवार को प्रदेश महामंत्री की बैठक होगी. प्रदेश पदाधिकारियों की बैठकों में पार्टी के आगामी संगठनात्मक कार्यक्रम व आंदोलनात्मक कार्यक्रम की रूपरेखा तय की जाएगी.