ऋषिकेश: शहर में इन दिनों नमामि गंगे परियोजना के तहत कई विकास कार्य किए जा रहे हैं, लेकिन ये विकास कार्य स्थानीय लोगों के लिए परेशानियों का सबब बने हुए है. क्योंकि इन निर्माण कार्यो की वजह से स्थानीय दुकानदार और राहगीर धूल फांकने को मजबूर हैं. ऐसे में लोगों सांस लेने में भी परेशानी हो रही है.
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बता दें कि ऋषिकेश में नमामि गंगे परियोजना के तहत सीवर लाइन बिछाने का कार्य किया जा रहा है. यह कार्य ऋषिकेश से लेकर लकड़ घाट तक किया जा रहा है. इस वजह से शहर में जगह-जगह गड्ढे खोदे गए है. सड़क के किनारे मिट्टी पड़ी हुई है. जिस कारण यहां पूरे दिन धूल उड़ती रहती है. स्थानीय लोग कई बार ठेकेदारों से यहां पानी का छिड़काव करने के लिए कह चुके हैं, लेकिन ठेकेदार इस और कोई ध्यान नहीं दे रहा है.
नमामि गंगे परियोजना बनी परेशानी का सबब स्थानीय लोगों की माने तो इस धूल की वजह से वो बीमार हो रहे हैं और लोगों को सांस लेने में भी दिक्कत हो रही है. लोगों की मांग है कि कार्यदायी संस्था सड़क किनारे पड़ी मिट्टी पर पानी का छिड़काव करें. स्थानीय लोगों ने इस बारे में अपने पार्षदों से भी गुहार लगाई है. वार्ड नंबर 28 के पार्षद लव कांबोज और वार्ड नंबर 27 के पार्षद शौकत अली से इस बारे में स्थानीय ने शिकायत की है. दोनों पार्षदों का कहना है कि उन्होंने इस बारे में ठेकेदार और प्रशासन के अधिकारियों को अवगत करा दिया है. साथ ही उनका कहना है कि यदि इसके बाद इस समस्या का कोई समाधान नहीं निकाला गया तो वो स्थानीय लोगों के साथ आंदोलन करेंगे.
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हाल ही में विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल ने भी नमामि गंगे परियोजना के तहत हो रहे विकास कार्यों का जायजा लिया था. इस दौरान यहां कई खामियां पाई गई थी. इस पर उन्होंने अधिकारियों और ठेकेदारों को फटकार भी लगाई थी. इसके अलावा परियोजना प्रबंधक संदीप कश्यप ने ठेकेदार को निर्माण कार्य के आस पास पड़ी मिट्टी पर पानी के छिड़काव का आदेश दिया था.