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मशरूम गर्ल दिव्या रावत भी हो गई ठगी का शिकार, लगा 77 लाख रुपए का चूना - राजपाल सिंह रावत

मशरूम गर्ल दिव्या रावत (Mushroom girl Divya Rawat) और उनके भाई राजपाल सिंह रावत को ठगों ने 77 लाख रुपए का चूना लगाया (Divya Rawat was cheated of Rs 77 lakh) है. ठगों ने दोनों भाई-बहन से रेस्टोरेंट और जिम का सामान दिलाने के नाम पर ये ठगी की है. इस मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया (cheated of Rs 77 lakh in Dehradun) है.

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Published : Sep 26, 2022, 4:53 PM IST

Updated : Oct 18, 2022, 3:53 PM IST

देहरादून: मशरूम गर्ल दिव्या रावत (Mushroom girl Divya Rawat) और उनके भाई राजपाल सिंह रावत भी ठगों के जाल में फंस गये. ठगों ने रेस्टोरेंट और जिम का सामान दिलाने के नाम पर दोनों से 77 लाख रुपए की ठगी कर ली (Divya Rawat was cheated of Rs 77 lakh) है. दिव्या रावत के भाई राजपाल सिंह रावत की शिकायत पर नेहरू कॉलोनी थाना पुलिस ने एक ही परिवार के 5 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया (cheated of Rs 77 lakh in Dehradun) है.

दिव्या के भाई राजपाल सिंह निवासी मोथरोवाला ने थाना नेहरू कॉलोनी में शिकायत दर्ज कराई कि वह सौम्य फूड्स प्राइवेट लिमिटेड में बहन के साथ कार्य करते हैं. साल 2019 में कार्डिसेप फिटनेस के नाम से फर्म रजिस्टर्ड करवाई थी. फर्म में जिम, मशरूम से बने प्राकृतिक पौष्टिक आहार के साथ व्यायाम, योगा जिम का कार्य कराना था.

उन्होंने बताया कि बहन की कंपनी सौम्या फूड्स प्राइवेट लिमिटेड व द माउंटेन मशरूम के नाम से है. जितेंद्र नंद और किशोर भाखड़ा ने अप्रैल 2019 में कंपनी से टेलीफोन के माध्यम से संपर्क किया और यकीन दिलाया कि मशीनें और अन्य सजावट का सामान उपलब्ध करा देगा. उन्होंने विश्वास कर जिम का कार्य शुरू कर दिया. कोटेशन के आधार पर मुद्रा लोन के लिए आवेदन भी कर दिया.
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23 जनवरी 2020 को बैंक ने 7.20 लाख रुपये जितेंद्र की फर्म के खाते में जमा भी करा दिए. इसके बाद कई बार उसके द्वारा गुमराह किया गया. बाद में दिव्या ने भी जितेंद्र नंद किशोर भाखड़ा से फर्नीचर लकड़ी का काम, पफ पैनल, बिलिंग सॉफ्टवेयर, कंप्यूटर व अन्य सामान खरीदने के लिए छह मार्च 2020 को उनके खाते में 8.206 लाख और 3.54 लाख रुपये जमा करा दिए.

इसके बाद 4.37 लाख रुपये ट्रांसफर किए गए और 12 मार्च 2020 को पुणे रवाना होने से पहले जितेंद्र ने दिव्या से आठ लाख रुपये नकद लिए. 29 अगस्त 2022 तक विभिन्न किस्तों में कुल 77 लाख रुपये आरोपियों के पास गए. कोविड की दूसरी लहर के बाद फिर से काम रुक गया. इसके बाद दिव्या और उसके भाई को हर बार गुमराह किया जाता रहा.

एसपी सिटी सरिता डोभाल ने बताया कि स्काई फास्ट मुलसी रोड पुणे महाराष्ट्र निवासी जितेंद्र नंद उसकी पत्नी नेहा, प्रीती वर्मा निवासी पुणे, हिंमाशु चौहान निवासी मेरठ, मनीष रामराज यादव निवासी नागपुर, सुयाज शाह निवासी पुणे महाराष्ट्र और मलजय प्रसाद के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है.

Last Updated : Oct 18, 2022, 3:53 PM IST

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