प्राइवेट लैब का रुख करना पड़ सकता है भारी, सामने आई चौंकाने वाली रिपोर्ट - Dehradun Corona News
उत्तराखंड में सबसे ज्यादा कोरोना के मरीज राजधानी देहरादून से रिकॉर्ड किए जा रहे हैं. जिसके आंकड़े चौंकाने वाले सामने आए हैं
देहरादून कोरोना लैब टेस्ट
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Published : Sep 17, 2020, 5:10 PM IST
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Updated : Sep 18, 2020, 2:51 PM IST
देहरादून:प्रदेश में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं. उत्तराखंड में सबसे ज्यादा कोरोना के मरीज राजधानी देहरादून से रिकॉर्ड किए जा रहे हैं. सभी मैदानी जिलों में कोरोना की मार हैं, लेकिन दून में प्राइवेट लैब से जुड़े कुछ ऐसे आंकड़े सामने आए हैं, जो चौंकाने वाले हैं.दरअसल, देहरादून में प्राइवेट लैब कोरोना के सेंटर बनते जा रहे हैं. जिसने अचानक दून में कोरोना मीटर को ऊंचाई पर पहुंचा दिया है.
राजधानी देहरादून की प्राइवेट लैब में कोरोना जांच करवाना आपके लिए मुश्किल पैदा कर सकता है. ऐसा इसलिए क्योंकि प्राइवेट लैब में जांच कराते ही आपके कोविड पॉजिटिव आने की संभावना बढ़ जाएगी. ये कोई मजाक नहीं बल्कि राजधानी की प्राइवेट लैब को लेकर एक बड़ी हकीकत है. मौजूदा सरकारी आंकड़े इस बात की तस्दीक कर रहे हैं. उत्तराखंड में अबतक 34 हज़ार 407 लोगों को कोरोना हो चुका है और इसमें 23,085 मरीज ठीक भी हो गए हैं. राजधानी देहरादून में अबतक सबसे ज्यादा 8391 लोगों को कोरोना हुआ है और इसमें उन लोगों की बड़ी संख्या है जिन लोगों ने प्राइवेट लैब से जांच करवाई है.
खास बात यह है कि जिलाधिकारी देहरादून आशीष कुमार श्रीवास्तव भी मान रहे हैं कि निजी लैब में काफी ज्यादा संख्या में पॉजिटिव मरीज आ रहे हैं.वहीं स्वास्थ्य विभाग इस मामले को देख भी रहा है. निजी लैब में लोगों के कोरोना पॉजिटिव होने की दर सरकारी लैब से ज्यादा है.बता दें कि प्राइवेट लैब इससे पहले भी सवालों में रही है. वहीं भारत सरकार के नियमों को फॉलो न करने के चलते देहरादून में ही करीब 5 प्राइवेट लैब पर जिलाधिकारी कार्रवाई भी कर चुके हैं.
ऐसे में प्राइवेट लैब में पॉजिटिव केस के ज्यादा आने से एक बार फिर यह लैब सवालों के घेरे में हैं. हालांकि स्वास्थ्य महानिदेशक अमिता उप्रेती बताती हैं कि इस मामले में जांच कर्रवाई की जा रही है और जांच में प्राइवेट लैब की गलती पाई जाती है तो कठोर कार्रवाई की जाएगी.