पौड़ी: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 का रिजल्ट घोषित हो चुका है. इस बार जहां मतदाताओं ने अपनी पंसद की पार्टी और प्रत्याशी को जमकर वोट किया तो वहीं कुछ वोटरों ने नोटा का बटन दबाकर अपना गुस्सा भी जाहिर किया है. हालांकि, 2017 के चुनाव के मुकाबले वोटरों को गुस्सा थोड़ा कम ही दिखा है. उत्तराखंड में इस बार 45 हजार से अधिक मतदाताओं ने नोटा या 'None of Above' का विकल्प इस्तेमाल कर अपना आक्रोश जताया है.
उत्तराखंड विधानसभा चुनाव 2022 में नोटा का फीगर काफी मजबूद दिखाई दिया. प्रदेश में 5वीं विधानसभा के लिए 14 फरवरी के हुए मतदान में 45,681 लोगों ने नोटा दबाया था, जबकि 2017 के विधानसभा चुनाव में पूरे प्रदेश में नोटा 50,408 पड़ा था. उत्तराखंड चुनाव आयोग से मिली जानकारी के अनुसार, इस बार के विधानसभा चुनाव में 70 सीटों के सापेक्ष छह सीटों पर एक हजार से अधिक नोटा का बटन दबा.
प्रदेश की कालाढ़ूंगी सीट पर सबसे अधिक बार नोटा दबा. कालाढ़ूंगी में पर नोटा का बटन 1418 बाद दबा. देहरादून जिले की चकराता विधानसभा सीट पर 1367, चंपावत की लोहाघाट सीट पर 1096, पिथौरागढ़ की गंगोलीहाट सीट पर 1094, देहरादून सहसपुर सीट पर 1091 व सोमेश्वर सीट पर 1003 बार नोटा का बटन दबा. वहीं, प्रदेश की गंगोत्री विधानसभा सीट पर सबसे कम 238 मतदाताओं ने नोटा का इस्तेमाल किया.
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