देहरादून:उत्तराखंड में सरकार गठन को लेकर जारी कवायद के बीच रविवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आवास पर भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई. जानकारी के मुताबिक इस बैठक में भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, संगठन महासचिव बीएल संतोष और राज्य के केंद्रीय चुनाव प्रभारी प्रह्लाद जोशी के अलावा उत्तराखंड के कार्यवाहक मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत और पूर्व केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक भी मौजूद थे. उत्तराखंड के सभी विधायकों की सोमवार को बैठक बुलाई गई है.
बीजेपी के सूत्रों के मुताबिक बैठक में विधायक दल के नेता के नाम पर चर्चा की गई. बता दें उत्तराखंड में भाजपा ने शानदार बहुमत तो हासिल कर लिया, लेकिन मुख्यमंत्री धामी को खटीमा से हार का सामना करना पड़ा था. ऐसे में सरकार का नेतृत्व कौन करेगा, इसे लेकर भाजपा में मंथन का दौर लगातार जारी है.
आज शाम को होगी विधानमंडल दल की बैठक. सोमवार को देहरादून आएंगे केंद्रीय पर्यवेक्षक: प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान के मुताबिक रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी आज देहरादून में होने वाली विधायक दल की बैठक के लिए पहुंचेंगे. जहां मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा की जाएगी.
सीएम फेस पर पार्टी में दो फाड़: पूर्व मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और सतपाल महाराज पुष्कर सिंह धामी के पक्ष में हैं. जबकि गढ़वाल के तमाम दूसरे नेता जीते हुए विधायक को मुख्यमंत्री बनाने के फेवर में हैं. पार्टी सूत्रों के मुताबिक, दिल्ली में एक ग्रुप किसी ब्राह्मण चेहरे को ही मुख्यमंत्री बनाने की पैरवी कर रहा है. तर्क दिया जा रहा है कि उत्तर भारत में पूर्वोत्तर को छोड़कर भाजपा ब्राह्मण चेहरों को कम तवज्जो दे पाई है. लिहाजा उत्तराखंड ब्राह्मण चेहरे को मुख्यमंत्री बनाया जाए. विधायकों में शुमार कुछ ब्राह्मण चेहरों ने भी इसकी पैरवी की है. ब्राह्मण चेहरों में सबसे मजबूत दावेदार अनिल बलूनी ही है.
वहीं, मीटिंग के बाद पत्रकारों से बातचीत में पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि 24 मार्च को विधानसभा का कार्यकाल खत्म हो रहा है. लिहाजा एक प्रक्रिया के तहत आज 11 बजे विधायकों को शपथ दिलाई जाएगी. इसके बाद शाम को विधानमंडल दल की बैठक बुलाई गई है. बैठक में सीएम चेहरे पर फैसला हो जाएगा.
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धामी के नाम पर लग सकती है मुहर: भाजपा की उत्तराखंड इकाई के सूत्रों ने कहा कि धामी के दोबारा मुख्यमंत्री बनने की संभावना ज्यादा है, क्योंकि वह न केवल युवा और ऊर्जावान हैं, बल्कि भाजपा ने पहाड़ी राज्य में उनके नाम पर चुनाव लड़ा था और शानदार जीत दर्ज की. सूत्रों के मुताबिक, पार्टी के धामी के नाम पर मुहर लगाने का फैसला करने की एक और बड़ी वजह यह हो सकती है कि उसे पिछले कार्यकाल में बेहद कम समय में दो मुख्यमंत्रियों को बदलने के लिए काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था.
बीजेपी प्रदेश प्रभारी दुष्यंत गौतम आज तो आज सुबह तक केंद्रीय पर्यवेक्षक राजनाथ सिंह और विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी भी पहुंच जाएंगी. दरअसल, चुनाव से कुछ समय पहले बनाए गए सीएम पुष्कर सिंह धामी इस बार खटीमा सीट से चुनाव हार गए हैं. ऐसे में नया मुख्यमंत्री कौन होगा इस पर संशय बना हुआ है. जबकि पार्टी के वरिष्ठ नेता दिल्ली दरबार पर नजर बनाए हुए हैं.
बता दें भाजपा में सीएम की रेस में कार्यवाहक सीएम पुष्कर सिंह धामी सहित सांसद अनिल बलूनी, पूर्व सीएम रमेश पोखरियाल निशंक, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक, कोटद्वार विधायक ऋतु खंडूड़ी, रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट आदि का नाम चल रहा है. निर्वतमान विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल भी मुख्यमंत्री के रूप में अपनी दावेदारी शीर्ष हाईकमान के सामने रखी है. वहीं, अब देखना यह है कि क्या भाजपा हाईकमान दोबारा धामी पर विश्वास जताती है या फिर नया चेहरा लाकर फिर से सबको चौंकाती है. वहीं उत्तराखंड में इस बार भी बीजेपी को प्रचंड बहुमत मिला है. प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (BJP) को 47 सीटें हासिल मिली हैं, जबकि कांग्रेस को 19 सीटें ही मिली हैं.