देहरादून:बॉडी मसाज सेंटरों के नाम पर जिस्मफरोशी का कारोबार चलाने वाले स्पा सेंटरों पर शिकंजा कसता जा रहा है. पुलिस ने स्पा सेंटरों के लिए जहां गाइडलाइन जारी की है. वहीं, अब भारतीय चिकित्सा परिषद भी स्पा सेंटरों की निगरानी करेगा और चिकित्सा परिषद मेडिकल थेरेपी शर्तों का उल्लंघन करने वाले स्पा सेंटर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई भी करेगा.
भारतीय चिकित्सा परिषद जिन बॉडी मसाज सेंटर में प्रशिक्षित थेरेपी वाले कर्मचारी कार्यरत नहीं है, उन पर भी कार्रवाई होगी. यानी अब स्पा सेंटर चलाने वाले संस्थानों को भारतीय चिकित्सा परिषद में पहले से तैयार गाइडलाइन का नियमानुसार पालन कर अपने संस्थान को संचालन करना होगा. इस मामले में भारतीय चिकित्सा परिषद उत्तराखंड के अध्यक्ष डॉ दर्शन शर्मा ने देहरादून एसएसपी से सोमवार मुलाकात कर पुलिस सहयोग की अपील की.
वहीं, मामले की गंभीरता को देखते देहरादून एसएसपी डॉक्टर योगेंद्र रावत ने भी पुलिस प्रशासन की तरफ से अब स्पा सेंटर के खिलाफ सहयोगी कार्रवाई का चिकित्सा परिषद डॉ शर्मा को आश्वासन दिया है. बता दें, पुलिस ने देहरादून शहर में 100 से अधिक स्पा सेंटर में गाइडलाइन का हवाला देते हुए छापेमारी कर 10 लाख से अधिक जुर्माना वसूला जा चुका है.
साल 2018 में तत्कालीन SSP मामले को कर चुके नजरअंदाज- भारतीय चिकित्सा परिषद
बॉडी मसाज सेंटरों की आड़ में देह व्यापार का धंधा संचालित करने स्पा सेंटर के खिलाफ 2018 में भी भारतीय चिकित्सा परिषद द्वारा कानूनी कार्रवाई की पहल की गई थी. इस विषय में देहरादून एसएसपी से मिले भारतीय चिकित्सा परिषद उत्तराखंड अध्यक्ष डॉक्टर दर्शन सिंह ने बताया कि वह इस मामले में 2018 में तत्कालीन एसएसपी देहरादून आरोपित स्पा सेंटर के खिलाफ कार्रवाई के लिए मिले थे. उस समय लगातार एसएसपी द्वारा इस मामले को नजरअंदाज करते हुए उनका सहयोग नहीं किया गया.