ऋषिकेशः बीते 10 मार्च को रानीपोखरी स्थित चिल्ड्रन होम सोसाइटी में 12 वर्षीय छात्र वासु की हत्या के बाद कई तरह के सवाल स्कूल प्रबंधन और हॉस्टल पर उठ रहे हैं. जिसके बाद डीएम देहरादून ने 3 सदस्यीय टीम गठित कर मामले की जांच शुरू करने का आदेश दिए थे. मंगलवार को जांच टीम रानीपोखरी स्थित चिल्ड्रन होम सोसाइटी पहुंची. इस मौके पर टीम के हाथ कई अहम सुराग लगे हैं.
बता दें कि ऋषिकेश में चिल्ड्रन होम एकेडमी रानीपोखरी भोगपुर में कक्षा सात के छात्र वासु की किक्रेट के बैट से पीट-पीट कर हत्या कर दी गई थी. इस घटना ने पूरे क्षेत्र को हिलाकर रख दिया गया था. बाद में इस मामले में रानीपोखरी पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया था. इसमें शुभांकर (19) पुत्र गंगाधर निवासी एमडीडीए कॉलोनी डालनवाला देहरादून और लक्ष्मण (19) पुत्र मदन राय निवासी बठिंडा पंजाब मुख्य आरोपी थे. ये दोनों इसी स्कूल के छात्र हैं.
इसके अलावा मैनेजर प्रवीन मैसी (51) पुत्र जगत सिंह मैसी निवासी बुवाखाल पौड़ी, पीटीआई अध्यापक अशोक (31) सोलोमन पुत्र सोनाराम निवासी बठिंडा पंजाब और अजय कुमार (58) पुत्र आसीम कुमार निवासी पौड़ी को घटना के साक्ष्य छिपाने के आरोप में गिरफ्तार किया है.
घटना का सनसनीखेज खुलासा करते हुए थानाध्यक्ष पीडी भट्ट ने बताया कि आरोपी 12वीं के छात्रों ने क्रिकेट बैट से पीट-पीटकर छात्र की हत्या की थी. विवेचना के दौरान जानकारी हासिल हुई कि 10 मार्च को वासु ने चर्च जाते समय रास्ते की एक दुकान से बिस्कुट का पैकेट चोरी कर लिया, जिसकी शिकायत दुकानदार लेखपाल ने चर्च में जाकर की.
आरोपियों ने पार की क्रूरता की सभी हदें
इसके बाद प्रबंधन ने वासु को डांटा और अन्य छात्रों को भी बिना अनुमति के बाहर जाने पर प्रतिबंध लगा दिया. इससे नाराज छात्रों ने इंसानियत की सभी हदें पार करते हुए पहले तो छात्र को क्रिकेट के बैट और विकेट से पीटा. जब छात्र अधमरा हो गया तो आरोपी उसे छत पर ले गए और उसे ठंडे पानी से नहलाया.
बच्चे की हालत गंभीर होने के बावजूद भी आरोपी नहीं रुके और उसे गंदा पानी पिलाया. इसके बाद उसे जबरदस्ती खाना खिलाया. जब बच्चा बेहोश हो गया तो आरोपी उसे स्टडी रूम में छोड़कर अपने कमरे में चले गए. वार्डन अजय ने वासु को बेहोश देख 11 मार्च को हिमालयन अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसकी मौत हो गई थी.