देहरादून: दून मेडिकल कॉलेज में फीस कम करने की मांग को लेकर विरोध कर रहे मेडिकल छात्रों के अभिभावकों ने बुधवार को मेडिकल कॉलेज के प्रबंधन से मुलाकात की. इस दौरान उन्होंने हाल ही में निष्कासित 5 छात्रों को फिर से बहाल किए जाने की मांग की. खबर है कि जल्द ही इन छात्रों के निष्कासन को लेकर एक बार फिर अनुशासन कमेटी द्वारा विचार किया जाएगा.
दून मेडिकल कॉलेज में छात्रों का इस मामले पर विवाद जारी है. इसको लेकर मेडिकल कॉलेज के प्रबंधन ने विरोध कर रहे छात्रों के अभिभावकों को बुलावा भेजा था. जिसके बाद बुधवार को मेडिकल कॉलेज में अभिभावकों ने प्रबंधन के साथ बातचीत की. इस दौरान प्रबंधन ने साफ किया कि मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाले छात्रों की फीस कम करने का अधिकार प्रबंधन के पास नहीं है. इसका फैसला राज्य सरकार के स्तर पर किया जा रहा है, लिहाजा मेडिकल कॉलेज परिसर में छात्रों का विरोध सही नहीं है.
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इस दौरान अभिभावकों ने पिछले दिनों अनुशासन तोड़ने के मामले में 5 छात्रों को हॉस्टल से निष्कासित किए जाने का भी मामला उठाया और उनकी बहाली की मांग की. इस पर प्रबंधन ने साफ किया है कि क्योंकि यह फैसला अनुशासन कमेटी की तरफ से लिया गया है, लिहाजा इस पर अनुशासन कमेटी ही कोई फैसला कर सकती है.
उम्मीद की जा रही है कि मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ आशुतोष सयाना के देहरादून वापस लौटने के बाद इस पर कोई फैसला हो सकता है. कॉलेज प्रबंधन ने अभिभावकों को कहा कि वे अपने बच्चों को विरोध न करने के लिए मनाए. उसके बाद उम्मीद की जा रही है कि जल्दी छात्रों का मेडिकल कॉलेज परिसर में विरोध प्रदर्शन का कार्यक्रम खत्म हो सकता है.
दून मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ आशुतोष सयाना ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि इस मामले में बेहद अच्छे माहौल में अभिभावकों से बात हुई है और अभिभावकों ने भी प्रबंधन की बातों को समझा है. लिहाजा सभी चीजों पर सकारात्मक रूप से विचार किया जाएगा और उम्मीद है कि छात्र अपना विरोध प्रदर्शन रोक देंगे.