देहरादून: आरटीओ देहरादून के फर्जी ट्रांसफर ऑर्डर मामले का बुधवार को पुलिस ने खुलासा कर दिया है. इस मामले में पुलिस ने कुलदीप नेगी नाम के एक आरोपी को गिरफ्तार किया है, जो देहरादून के डालनवाला में रहता है. ये पूरा खेल वर्तमान डिप्टी कमिश्नर सुधांशु गर्ग को देहरादून आरटीओ का पद दिलाने व उसके बदलने मोटी रकम वसूलने के लिए किया गया था. पुलिस ने आरोपी का मोबाइल और लैपटॉप जब्त कर लिया है.
पुलिस के मुताबिक, आरोपी ने डिप्टी कमिश्नर गर्ग को कहा था कि शासन और राजनीति में उसकी अच्छी पैठ है. इसीलिए वे उन्हें देहरादून का आरटीओ बनावा सकता है. इसके लिए उन्हें मोटी रकम देनी होगी. जिसके लिए सुधांशु गर्ग भी तैयार हो गए थे.
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देहरादून डीआईजी अरुण मोहन जोशी के मुताबिक, आरोपी ने बड़े ही शातिराना तरीके से एक पुराने आदेश की फोटो कॉपी की और परिवहन सचिव शैलेश बगौली के जाली हस्ताक्षर से संभागीय परिवहन अधिकारी (आरटीओ) दिनेश चंद्र पठोई का ट्रांसफर परिवहन मुख्यालय में दिखाया और उपायुक्त परिवहन सुधांशु गर्ग का ट्रांसफर देहरादून आरटीओ ऑफिस में संभागीय परिवहन अधिकारी के तौर पर दिखाया.
आरोपी कुलदीप ये फर्जी आदेश सुधांशु गर्ग के पास भेजा. हालांकि, कुलदीप ने गर्ग से कहा कि जब तक आदेश से जुड़े कुछ बड़े अधिकारियों और नेताओं को रुपया नहीं पहुंचाया जाएगा तब तक आदेश वास्तविक रूप में जारी नहीं होगा. इससे पहले दोनों के बीच दूसरे स्टैप का लेन-देना होता ये फर्जी आदेश वायरल हो गया.