देहरादून: आंगनबाड़ी वर्कर बीते 44 दिनों से मानदेय वृद्धि समेत विभिन्न मांगों को लेकर धरने और आमरण अनशन पर बैठी हुई हैं. वहीं, वर्करों के समर्थन में पहुंचे पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने उनकी मांगों को जायज ठहराया है. उनके साथ समाजवादी पार्टी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. सत्यनारायण सचान, सीपीआई नेता समर भंडारी भी धरने पर बैठ गए.
पूर्व कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने बताया कि अपनी जायज मांगों को लेकर आंगनबाड़ी वर्कर बीते 44 दिनों से ठंड में धरने पर बैठी हुई हैं. ऐसे में सभी राजनीतिक और सामाजिक संगठनों को उनके समर्थन में आना चाहिए. ये दुख का विषय है कि सरकार में संवाद की परंपरा होनी चाहिए थी. 26 जनवरी या उससे पहले मुख्यमंत्री आंगनबाड़ी वर्करों की मांगों का समाधान करें.
कार्यकत्री के धरने को किशोर उपाध्याय का समर्थन. किशोर उपाध्याय ने बताया कि उन्होंने नेता प्रतिपक्ष इंदिरा हृदयेश से भी आंगनबाड़ी वर्करों की समस्याओं को लेकर वार्ता की है. इनकी मांगों को लेकर मुख्यमंत्री से वार्ता की जाए. साथ ही मुख्यमंत्री से एक प्रतिनिधिमंडल मिलने जाएगा. इनकी समस्याओं को सीएम के समक्ष रखेगा.
किशोर उपाध्याय भाजपा पर निशाना लगाने से भी नहीं चूके. उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार भारतीय संस्कृति, सभ्यता, नारी शक्ति जैसे नए-नए शब्दों को गढ़ती रहती है. ऐसे में सरकार को संवेदनशीलता का परिचय देते हुए उनकी समस्याओं का समाधान करना चाहिए. महंगाई अपने चरम पर है और पहाड़ों से आई आंगनबाड़ी वर्कर खेती-बाड़ी और घर बार छोड़कर यहां धरने पर बैठी हुई हैं. ऐसे में उनका यहां बैठना हम सब के ऊपर सवाल खड़े करता है.
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गौरतलब है कि आंदोलन पर डटी हुई आंगनबाड़ी वर्कर सरकार से मानदेय 18 हजार रुपये करने की मांग कर रहे हैं. आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को अब राजनीतिक संगठनों का भी समर्थन हासिल हो रहा है. पूर्व कांग्रेस प्रदेश उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना भी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के धरने पर पहुंचकर उनकी मांगों का समर्थन कर चुके हैं. इसी क्रम में पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय भी धरना स्थल पहुंचे और धरने पर बैठकर उनकी मांगों को जायज ठहराया. पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत भी आगामी 25 तारीख को आंगनबाड़ी वर्कर्स की मांगों के समर्थन मे धरने पर बैठने जा रहे हैं.