देहरादूनःवैश्विक महामारी कोरोना वायरस का असर कांवड़ मेले पर भी पड़ता नजर आ रहा है. कैबिनेट बैठक में आगामी कांवड यात्रा को लेकर विस्तृत चर्चा की गई. इस दौरान शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक ने बताया कि कोरोना के मद्देनजर हरियाणा की ओर से उत्तराखंड से गंगा जल वाहनों में भरकर भेजने का प्रस्ताव मिला था. जिसे लेकर उत्तर प्रदेश और हरियाणा के मुख्यमंत्रियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बातचीत की जाएगी. उसके बाद ही अंतिम निर्णय लिया जाएगा.
जानकारी देते शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक. कोरोना वायरस ने जहां सभी आयोजनों का तौर-तरीका बदल दिया है तो वहीं, आने वाली कांवड़ यात्रा पर संकट के बादल मंडराते नजर आ रहे हैं. जिसे लेकर सरकार की चिंताएं भी बढ़ने लगी है. कैबिनेट बैठक में भी कावंड़ यात्रा में सोशल-डिस्टेंसिंग और कोरोना जोखिम को देखते हुए तमाम विकल्पों पर चर्चा की गई.
कैबिनेट मंत्री मदन कौशिक ने बताया कि गंगा जल उपयुक्त स्थल पर पहुंचाने से संबंधित सुझाव मिला था. कांवड लेने वालों में हरियाणा और यूपी से आने वालों श्रद्धालुओं की संख्या काफी ज्यादा है. ऐसे में दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बातचीत की जाएगी. क्योंकि, कांवड लेने के लिए करोड़ों लोग पहुंचते हैं. जो कोरोना जैसी महामारी की स्थिति में बिल्कुल संभव नहीं है.
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बता दें कि हर साल करोड़ों की संख्या में सावन का महीना शुरू होते ही उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, हिमाचल, पंजाब समेत राजस्थान से भी भोले भक्त हरिद्वार में गंगा जल लेने पंहुचते हैं. लेकिन इस बार कोरोना के संकट के चलते कांवड यात्रा का संचालन मुश्किल है. लिहाजा, सरकार कोरोना संकट के चलते कांवड़ यात्रा रद्द भी कर सकती है.