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प्रधानों ने किए हाथ खड़े, बोले- 10 हजार रुपए में नहीं कर सकते क्वारंटीन के इंतजाम

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Published : May 17, 2020, 11:53 AM IST

Updated : May 17, 2020, 12:34 PM IST

प्रवासियों को क्वारंटाइन करने की जिम्मेदारी ग्राम प्रधानों को दी गई है. ग्राम प्रधानों ने साफ कह दिया है कि महज 10 हजार रूपये में प्रवासियों की क्वारंटाइन करना उनके बस की बात नहीं है.

प्रवासियों को क्वरेंटाइन करने पर प्रधान ऋषिकेश न्यूज , migrants reaching rishikesh updates
क्वारंटाइन के लिए प्रधानों को नहीं दी गई पर्याप्त धनराशि.

ऋषिकेश: राज्य में प्रवासियों को क्वारंटाइन करने के लिए सरकार ने ग्राम प्रधानों को जिम्मेदारी दी है, लेकिन ऋषिकेश तहसील क्षेत्र के ग्राम प्रधानों ने क्वरेंटाइन के इंतजामों के लिए सरकार की ओर से दी जाने वाली वित्तीय सहायता को नाकाफी बताया है. ग्राम प्रधानों ने साफ कह दिया है कि यहां आने वाले प्रवासियों के क्वारंटाइन व्यवस्था के लिए दिए जा रहे 10 हजार रुपए नाकाफी है, सरकार को इस पर पुनः विचार करने की आवश्यकता है.

क्वारंटाइन के लिए प्रधानों को नहीं दी गई पर्याप्त धनराशि.

दरअसल, डीएम की ओर से नियुक्त समन्वय अधिकारी अपूर्वा पांडे ने रविवार को ऋषिकेश क्षेत्र के समस्त ग्राम प्रधानों की बैठक ली थी, जिसमें उन्होंने ने यह बात कही. इस दौरान अपूर्वा पांडे ने प्रधानों से प्रवासियों से संबंधित फीडबैक लिया. उन्हें क्वारंटाइन सेंटर की व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए. ग्राम प्रधानों की बात को जिला प्रशासन के माध्यम से सरकार तक पहुंचाने का भरोसा भी दिया.

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अपूर्वा पांडेय ने बताया कि क्वारंटाइन की व्यवस्था को लेकर ग्राम प्रधानों के साथ बैठक बुलाई गई हैं. बैठक में समस्याओं को सुनकर समन्वय बैठाने की कोशिश की जा रही है.

Last Updated : May 17, 2020, 12:34 PM IST

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