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रिस्पना नदी में स्थानीय लोग जान जोखिम में डालकर निकाल रहे बजरी, प्रशासन बेखबर - अवैध खनन समाचार

प्रदेश भर में भारी बरिश के चलते नदियां और गदेरे अपना रौद्र रूप दिखा रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ राजधानी देहरादून स्थित सुमन नगर से गुजरने वाली रिस्पना नदी में स्थानीय लोग धड़ल्ले से अवैध खनन कर बजरी निकाल कर सरकार को राजस्व का चूना लगा रहे हैं. चौंकाने वाली बात ये है कि बच्चे भी इस काम में लगे हैं.

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रिस्पना नदी में अवैध खनन

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Published : Aug 14, 2020, 2:14 PM IST

Updated : Aug 14, 2020, 2:57 PM IST

देहरादून:लगातार हो रही बारिश के चलते प्रदेश की नदियां और गदेरे उफान पर हैं. ऐसे में नदियों और गदेरों के आस-पास रहने वाले लोगों पर खतरा मंडरा रहा है. सुमन नगर से गुजरने वाली रिस्पना नदी के आस-पास के लोग अपनी जान जोखिम में डालकर नदी में धड़ल्ले से अवैध खनन कर रहे हैं. लेकिन इन बस्ती के लोगों पर स्थानीय प्रशासन भी ध्यान नहीं दे रहा है. जिसके चलते सरकार के राजस्व को भी ये बस्ती के लोग चूना लगा रहे हैं.

रिस्पना नदी में स्थानीय लोग जान जोखिम में डालकर निकाल रहे बजरी

क्षेत्र के सुमन नगर में बसी बस्ती के ज्यादातर लोगों का रोजगार खनन करना है. नदी से बजरी निकाल कर सभी अपने परिवार का भरण-पोषण करते हैं. वार्ड नंबर 4 की पार्षद उर्मिला थापा ने बताया कि रिस्पना नदी से बजरी निकाल रहे लोगों को कई बार मना किया गया है. इसके लिए स्थानीय पुलिस को भी सूचना दे गयी है. लेकिन इन लोगों पर किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं की जा रही है.

उन्होंने बताया कि बस्ती के लोगों द्वारा नदी से लगातार निकाली जा रही बजरी से एक तरफ तो ये लोग पैसा कमा रहे हैं लेकिन इससे नदी का स्वरूप भी बिगड़ रहा है. स्थानीय पार्षद का कहना है की अगर इसी तरह बस्ती के लोग नदी में से बजरी निकालते रहेंगे तो एक दिन जब नदी अपने रौद्र रूप में आएगी, तो बस्ती के लोगों को काफी बड़ा खमियाजा उठाना पड़ सकता है.

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उन्होंने कहा कि अगर नदी से बजरी निकालनी है तो राज्य सरकार निकलवा ले. ताकि बजरी से राज्य सरकार को राजस्व भी मिल सके. एसडीएम गोपाल बिनवाल ने बताया कि ऐसी कोई जानकारी उनके सामने नहीं आई है. हालांकि उन्होंने टीम मौके पर भेजकर आवश्यक कार्रवाई करने की बात कही.

Last Updated : Aug 14, 2020, 2:57 PM IST

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