देहरादूनः रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के 5 साल में 10 मुख्यमंत्री बदलने वाले बयान पर पूर्व सीएम हरीश रावत ने निशाना साधा है. हरीश रावत ने ट्वीट करते हुए लिखा कि उन्हें ताज्जुब है कि ऐसे शब्द शब्द शालीनता की प्रतिमूर्ति राजनाथ जी के मुंह से निकले हैं.
हरीश रावत ने रक्षा मंत्री पर तंज कसते हुए लिखा कि राज्य का मुख्यमंत्री, केवल भाजपा का वर्कर नहीं होता है, वो राज्य के मान-सम्मान का प्रतीक भी होता है. उसकी नियुक्ति भी सूझ-बूझ से होनी चाहिए और उसको बदलने का फैसला भी तर्कपूर्ण होना चाहिए. उन्होंने लिखा कि लगभग 4 साल जिस व्यक्ति को भाजपा ने उत्तराखंड के भाग्य की बागडोर सौंपी, उसे चलती विधानसभा के बजट सत्र में मुख्यमंत्री पद से हटा दिया. जिन्हें उनके स्थान पर मुख्यमंत्री बनाया वो अब तक नहीं समझ पाए कि उन्हें क्यों बनाया और क्यों हटा दिया गया. वो तो अभी भी फटी जींस का हिसाब-किताब ढूंढने में लगे हुए हैं. उनके स्थान पर जो विराजमान हैं, वो इतने असहाय मुख्यमंत्री हैं कि अपनी घोषणाओं के 100वें हिस्से का भी शासनादेश नहीं निकाल पा रहे हैं".
आगे हरीश रावत ने राजनाथ सिंह पूछा कि कृपा कर यह बताइए कि क्या भाजपा को लोगों को इसलिए वोट देना चाहिए कि वो हर 6 महीने में मुख्यमंत्री बदलकर 5 साल में 10 मुख्यमंत्री बनने की आपकी घोषणा को सार्थक कर सकें. धन्य हैं आप.