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गैरसैंण में बजट सत्र ना होने पर भड़के हरीश रावत, बोले- निंदा प्रस्ताव लाएगी कांग्रेस - उत्तराखंड ताजा समाचार टुडे

मोदी सरकार के 8 साल पूरे होने पर जहां बीजेपी देशभर में जशन मना रही है, वहीं, कांग्रेस ने इन 8 सालों को निराशा से भरे हुए बताया है. ये बयान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने दिया है. इसके अलावा हरीश रावत ने देहरादून में बजट सत्र आहूत किए जाने को भी गलत बताया. वहीं, चंपावत उपचुनाव में उन्होंने कांग्रेस की जीत का दावा किया है.

Harish Rawat
Harish Rawat

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Published : May 31, 2022, 4:20 PM IST

मसूरी: धामी सरकार ने उत्तराखंड विधानसभा का सत्र गैरसैंण में न कराकर देहरादून में आहूत कराने का जो निर्णय लिया है, उस पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने बताया है कि गैरसैंण में बजट सत्र आहूत न किया जाना महापाप है.

वहीं, हरीश रावत ने दावा किया है कि चंपावत उपचुनाव कांग्रेस प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी भारी मतों से जीत रही हैं. कांग्रेस चंपावत उपचुनाव मजबूती से लड़ रही हैं. चंपावत उपचुनाव में कांग्रेस की जीत लोकतंत्र की जीत होगी. चंपावत उपचुनाव में भाजपा को एक चपत तो लगनी चाहिए और अगर चंपावत उपचुनाव में भाजपा को चपत नहीं लगी तो इसका खामियाजा प्रदेश की जनता को उठाना पड़ेगा.
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उन्होंने कहा कि भाजपा ने आज एक और पाप कर दिया है, जो बजट सत्र गैरसैंण में होना था, वह अब देहरादून में होने जा रहा है. उन्होंने इसको विधानसभा की अवमानना बताया है. उन्होंने कहा कि वह अपने विधायक दल के नेता और विधायकों से आग्रह करेंगे विधानसभा में भाजपा सरकार के खिलाफ निंदा प्रस्ताव लाये.

उन्होंने कहा कि भाजपा चंपावत उपचुनाव में कांग्रेस के प्रत्याशी को कमजोर बता रही है, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी मां दुर्गा के समान है. उन्होंने कहा कि महिला कभी भीमसेन नहीं होती है, परंतु महिला का आत्मबल उसको दुर्गा का रूप देता है और चंपावत की प्रत्याशी निर्मला गहतोड़ी भी भाजपा रूपी अलोकतांत्रिक शक्ति के लिए दुर्गा के समान है.
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उन्होंने मोदी सरकार के 8 साल पूरे होने पर इस को निराशा के 8 साल बताया. उन्होंने कहा कि जिस तरीके से 8 साल में लोकतंत्र और संसदीय परंपराओं को समाप्त किया जा रहा है, वो चिंता का विषय है. भारत ने आजादी की लड़ाई लड़कर लोकतांत्रिक संस्थाओं को खड़ा किया था, जिसको मोदी सरकार समय-समय पर नष्ट करने का काम कर रही है, जो चिंता का विषय है.

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