देहरादून: कोरोना महामारी के चलते हरिद्वार महाकुंभ का स्वरूप अब तक तय नहीं हो पाया है. इन सबके बीच सरकार सरकार अब महाकुंभ के मुख्य स्नान को सीमित करने पर विचार कर रही है. ऐसा पिछले महाकुंभ में श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए किया जा रहा है.
हरिद्वार में होने वाला महाकुंभ इस बार कैसा होगा इसका निर्णय तो फरवरी में हो पाएगा. लेकिन सरकार महाकुंभ में होने वाले मुख्य स्नान पर कुछ खास निर्णय लेने के मूड में हैं. दरअसल, पिछले महाकुंभ में मुख्य स्नान के दौरान एक करोड़ से ज्यादा लोगों ने गंगा स्नान क्या था.
हरिद्वार महाकुंभ में मुख्य स्नान सीमित करने पर विचार. ये भी पढ़ें:कोरोना: हरिद्वार महाकुंभ के स्वरूप पर संशय, अंतिम चरण में तैयारियां
ऐसे में विचार किया जा रहा है कि मुख्य स्नान के मौके पर इससे आधे लोगों को ही महाकुंभ क्षेत्र में प्रवेश दिया जाए. ऐसा कोरोना के चलते किया जा रहा है. उत्तराखंड सरकार के प्रवक्ता मदन कौशिक की मानें तो शाही स्नान को हर महाकुंभ की तरह ही आयोजित किया जाएगा. जबकि, बाकी दिनों में भी लोगों के स्नान को लेकर कोई पाबंदी नहीं होगी. लेकिन, मुख्य स्नान को सीमित किए जाने पर फिलहाल विचार चल रहा है.