मसूरी में लागू किए गए ट्रैफिक प्लान से व्यापारियों में रोष. मसूरी:मसूरी में नए साल के जश्न को लेकर 5 दिन पहले बनाए गए ट्रैफिक प्लान (mussoorie traffic plan) और कई जगहों पर पाबंदी लगाने का सीधा असर मसूरी के पर्यटन व्यवसाय पर पड़ा है. जिसको लेकर स्थानीय व्यापारियों, होमस्टे, गेस्ट हाउस और होटल व्यवसाई में भारी आक्रोश व्याप्त है. लोगों का कहना है कि नए साल पर पुलिस द्वारा बनाये गए गलत ट्रैफिक प्लान का खामियाजा स्थानीय व्यापारियों को भुगतना पड़ा.
मसूरी में कम रही पर्यटकों की भीड़: व्यापारियों का कहना है कि मसूरी में नए साल को पर्यटकों की भीड़ नहीं दिखी. उनका आरोप है कि पुलिस ने पर्यटकों को मसूरी पहुंचने के लिए करीब 8 से 10 किलोमीटर बेवजह घुमाया. कई पर्यटक तो परेशान होकर लौट गए. पुलिस ने स्थानीय व्यापारियों और होटल संचालकों से सलाह लिए बिना ही ट्रैफिक प्लान लागू कर दिया, जिसका सीधा असर मसूरी के पर्यटन (Mussoorie tourism business) पर पड़ा है.
व्यापारियों ने ट्रैफिक प्लान को फेल बताया: व्यापारियों ने कहा कि एसपी ट्रैफिक अक्षय प्रह्लाद कोंडे ने बिना सोचे समझे मसूरी में फेल टैफिक प्लान तैयार कर लागू कर गया. पालिका प्रशासन ने मसूरी माल रोड से जुड़े लिंक रोड पर बैरियर लगाए, जो गलत है. पालिका अध्यक्ष ने अपनी हठधर्मिता का परिचय देते हुए बिना स्थानीय लोगों की सलाह लिए ट्रैफिक प्लान लागू किया.
ये भी पढ़ें-आईसीयू से प्राइवेट वार्ड में शिफ्ट किए गए ऋषभ पंत, लिगामेंट के इलाज के लिए BCCI लेगा निर्णय
मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष रजत अग्रवाल महामंत्री जगजीत कुकरेजा, रेस्टोरेंट स्वामी सतीष ढौंडियाल ने कहा कि पुलिस का ट्रैफिक प्लान पूरी तरह फेल साबित हुआ है, जिसका सीधा असर मसूरी के छोटे व्यापारियों, गेस्ट हाउस और होमस्टे पर पड़ा है. उन्होंने कहा कि मसूरी पेट्रोल पंप के पास बनाई गई सरकारी पार्किंग संचालन के लिए ठेकेदार को फायदा पहुंचाने के लिए प्रशासन और पुलिस ने सभी गाड़ियों को पहले पेट्रोल पंप पर ही रोक दिया. पार्किंग के फुल होने के बाद ही गाड़ियों को मसूरी शहर भेजा गया.